UPI Fraud: ऑनलाइन पेमेंट करते वक्त रहें अलर्ट, KYC, सिम या बैंक के नाम पर ऐसे हो सकती है धोखाधड़ी
ऑनलाइन /प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credit: Pixabay)

इंडिया लगातार डिजिटल हो रहा है. डिजिटलीकरण के साथ भारत में डिजिटल लेनदेन बढ़ता जा रहा है. देशभर में डिजिटिल लेनदेन के लिए बड़ी संख्या में लोग यूपीआई (UPI) यानी Unified Payments Interface का काफी इस्तेमाल करते हैं. यूपीआई ऑनलाइन पेमेंट का एक बेहद आसान तरीका है. लेकिन डिजिटल लेनदेन के बढ़ने के साथ ही साइबर क्राइम भी बढ़ता जा रहा है. आए दिन साइबर क्राइम की खबरें आती रहती है. अपराधी नए-नए तरीकों से लोगों को ठगते हैं. Tips For Strong Password: इन 8 तरीकों से बनाएं मजबूत पासवर्ड, जिसे तोड़ना होगा असंभव, छूट जाएंगे साइबर अपराधियों के पसीनें.

पहले ये अपराधी लोगों को कॉल कर उनसे उनकी बैंक डिटेल्स मांगते थे. लेकिन, अब इन्होने अपने तरीकों में बदलाव किया है. पहले लोगों से उनके बैंक विवरण, OTP आदि मांग कर धोखाधड़ी करने वाले अपराधी अब लोगों पर UPI पेमेंट के लिए अलग-अलग तरीकों से दबाव बनाते हैं.

दिल्ली पुलिस साइबर सेल ने बताया कि साइबर अपराधियों ने अब तकनीक का इस्तेमाल बढ़ा दिया है. अपराधी अब UPI पेमेंट से संबंधित फ्रॉड करते हैं, जिसमें वे लोगों पर दबाव बनाते हैं कि वे UPI पेमेंट कर दें. इसके लिए वे KYC अपडेट के नाम पर, सिम या बैंक अकाउंट ब्लॉक कराने के नाम पर फ्रॉड करते हैं.

साइबर अपराधी अस्थायी साइट्स और फेक बैंक के एप्स बनकार लोगों को ठग रहे हैं. ये अपराधी अब फेक और अस्थायी वेबसाइट बनाते हैं और लोगों को URL के साथ मैसेज भेजते हैं.

इस तरह से लोगों को निशाना बना रहे साइबर ठग

फ्रॉड करने वाले लोग यूजर्स को मैसेज भेजते हैं कि आप जल्द से जल्द अपनी KYC करा लें नहीं तो आपका अकाउंट ब्लॉक हो जाएगा. अपना अकाउंट ब्लॉक होने के डर से लोग अपनी सभी जानकारी शेयर कर देते हैं. या मैसेज में दिए लिंक पर क्लिक कर देते हैं. ऐसा करने से साइबर ठग ग्राहक की सारी जानकारी चुरा लेते हैं और यूजर्स के बैंक अकाउंट से पैसे चोरी कर लेते हैं.

यहां हम आपको कुछ ऐसी बातें बता रहे हैं जिन्हें आजमा कर आप साइबर धोखाधड़ी से बच सकते हैं.

भरोसेमंद ऐप पर करें UPI पिन का इस्तेमाल

हमेशा भरोसेमंद ऐप पर ही UPI से भुगतान करें. किसी भी लिंक पर जाकर ऑनलाइन डिटेल्स न भरें.

किसी को न बताएं अपना UPI पिन

अपना UPI पिन कभी भी किसी के साथ शेयर ना करें. ऐसा करने पर आप आसानी से धोखाधड़ी के शिकार हो सकते हैं. याद रखें कि यही पिन आपकी धनराशि को सिक्योर करता है. बिना इसके ट्रांजेक्शन नहीं हो सकता है.

KYC के नाम पर कॉल या SMS आए तो हो जाएं सावधान

KYC को अपडेट कराने के लिए लोगों के पास कई कॉल, SMS आते हैं. इसके जरिए साइबर अपराधी ग्राहकों की पर्सनल डिटेल्स जान लेते हैं और उनके अकाउंट की राशि को अपने खाते में ट्रांसफर कर लेते हैं. कभी भी SMS या कॉल पर डिटेल्स शेयर न करें. KYC पूरा नहीं होने की वजह से आपका बैंक अकाउंट बंद होने जैसा SMS आए तो सबसे पहले बैंक को सूचित करें. अपने बैंक से सटीक जानकारी लें.