नयी दिल्ली: आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव एक ऐसी मानसिक बीमारी बनकर उभरी है जिससे अधिकांश लोग पीड़ित हैं. ऑफिस के कामकाज की चिंता और घर-परिवार की जिम्मेदारियों को निभाने के चक्कर में बहुत से लोग तनावग्रस्त होते जा रहे हैं. तनाव आमतौर पर दो प्रकार का होता है, पहला अच्छा और दूसरा बुरा. जब तनाव अच्छा होता है तो व्यक्ति अपने काम को सही तरीके से और समय पर करने में कामयाब होता है. जबकि बुरा तनाव सेहत के लिए हानिकारक होता है और यह कई तरह की मानसिक बीमारियों के खतरे को भी बढ़ाता है.
एक नए अध्ययन के अनुसार, कामकाज से जुड़ा तनाव और अन्य मानसिक चिंताएं दिल्ली में रहने वाले वयस्कों की सेहत को प्रभावित कर रहा है. इसके लिए धूम्रपान, अल्कोहल और देर रात खाना खाने जैसी आदतों को जिम्मेदार बताया जा रहा है. हालांकि तनाव के कारण हृदय सबंधी परेशानियों का खतरा महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों में ज्यादा पाया गया है.
दिल्ली में हुए एक ऑनलाइन सर्वेक्षण में इस बात का खुलासा हुआ है कि सुस्त जीवनशैली की वजह से दिल्ली वासियों में हृदय संबंधी समस्याओं का खतरा बढ़ रहा है. मैक्स हेल्थकेयर, साकेत के हृदय विज्ञान विभाग ने 20 से 60 साल की उम्र के दिल्ली वासियों की जीवनशैली को समझने के लिए अध्ययन कराया. इस अध्ययन में करीब 1000 लोगों ने हिस्सा लिया था. यह भी पढ़ें: अपर्याप्त नींद, नियमित व्यायाम का अभाव, दिल को समय से पहले बूढ़ा कर देती है
इस अस्पताल द्वारा रविवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार, इस अध्ययन में यह दावा भी किया गया है कि पुरुषों (32 फीसदी) की तुलना में महिलाएं (44 फीसदी) अधिक धूम्रपान करती हैं.