SBI खाताधारक ध्यान दें! आज से बदल गए हैं मिनिमम बैलेंस, चेक बुक, NEFT/RTGS और ATM सहित ये नियम
भारतीय स्टेट बैंक (Photo Credit- Wikimedia Commons)

देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (State Bank of India) में एक अक्टूबर मंगलवार से कई बदलाव हो रहे हैं. मंगलवार से एसबीआई के लोन, मिनिमम बैंलेंस, चेक बुक, एटीएम, आरटीजीएस और एनईएफटी सहित कई नियम बदल गए हैं. अगर आप भी एसबीआई खाताधारक हैं तो यह खबर आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है. एसबीआई ने एक अक्टूबर से डिपॉजिट पर लगने वाले सर्विस चार्जे में कई बदलाव किए हैं. आज से एसबीआई द्वारा नकद निकासी, एवरेज मिनिमम बैलेंस और डिपॉजिट से जुड़ें नियमों में आज से बदल जाएंगे.

स्टेट बैंक की तरफ से आज से सर्विस चार्ज के अलावा मंथली एवरेज बैलेंस मेंटेन नहीं करने पर लगने वाली पेनाल्टी में भी बदलाव किया जा रहा है. इसके अलावा ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करने वालों के लिए NEFT और RTGS ट्रांजेक्शन सस्ता हो जाएगा. इसके अलावा चेक बाउंस होने पर पर भी नियम कड़े कर दिए गए हैं.

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यहां जानिए एसबीआई सविर्स चार्जेज के किन-किन नियमों में हुआ है बदलाव 

मिनिमम बैलेंस में हुआ कम

एक अक्टूबर से SBI ने शहरी क्षेत्रों के खाताधारकों के लिए औसतन मासिक बैलेंस की सीमा 5,000 रुपये से घटाकर 3,000 रुपये कर दिया है.

पेनल्टी हुई कम

अकाउंट में मिनिमम बैलेंस से 50 फीसदी यानी 1,500 रुपये से कम रकम होने पर 10 रुपये + जीएसटी चार्ज देना होगा. वहीं अगर खाताधारक के खाते में मिनिमम बैलेंस से 75 फीसदी कम रकम है तो इसके लिए उन्हें 15 रुपये + जीएसटी चार्ज के रूप में देना होगा.

चेक बाउंस होने पर चुकाने होंगे 168 रुपये

एक अक्टूबर से एसबीआई ने चेक रिटर्न के नियमों को कड़ा कर दिया है. अगर किसी तकनिकी कारण (बाउंस के अलावा) चेक लौटता है तो चेक जारी करने वाले पर 150 रुपये + जीएसटी चार्ज यानी 168 रुपये भरने होंगे.

चेक बुक के पन्ने घटे

एसबीआई ने चेक के द्वारा किए जाने वाले लेन-देन को महंगा कर दिया है. बैंक की नै नई सेवा शुल्क की लिस्ट के मुताबिक अब बचत खाते पर एक वित्त वर्ष में 25 की जगह केवल 10 चेक ही मुफ्त मिलेंगे. इसपर अलग से जीएसटी चार्ज भी देना होगा. इसके बाद 10 चेक लेने पर 40 रुपये देने होंगे. जबकि इससे पहले मुफ्त चेक बुक के बाद 10 चेक लेने पर 30 रुपये देने पड़ते थे.

सस्ते में मिलेगा लोन

एसबीआई ने एक अक्तूबर से एमएसएमई, हाउसिंग और रिटेल लोन के सभी फ्लोटिंग रेट लोन के लिए एक्सटर्नल बेंचमार्क के रूप में रेपो रेट ( Repo Rate ) को अपनाने का फैसला किया है.

NEFT/ RTGS चार्ज बदले

एसबीआई डिजिटल मोड से NEFT/ RTGS ट्रांजेक्शन के चार्जेज भी अब बदल गए हैं. अब 10 हजार तक की ब्रांच से एनईएफटी से कराने पर 2 रुपये, एक लाख से दो लाख तक की एनईएफटी पर 12 रुपये, दो लाख से ज्यादा की एनईएफटी पर 20 रुपये के प्लस जीएसटी चार्ज देना होगा. वहीं दो लाख से 5 लाख तक के आरटीजीएस पर 20 रुपये और 5 लाख से ज्यादा के आरटीजीएस पर 40 रुपये प्लस जीएसटी चार्ज लगेगा.

ATM ट्रांजेक्शन के नियम भी बदले

एक अक्तूबर से एसबीआई के एटीएम चार्ज भी बदल गए हैं.ग्राहक 6 मेट्रो सिटी के एटीएम में से अधिकतम 10 बार ही फ्री डेबिट कर सकेंगे. अन्य शहरों के एटीएम से 12 फ्री ट्रांजेक्शन किए जा सकेंगे.