अगर आप सट्टा के बारे में जानकारी रखते हैं तो आपने "कल्याण फिक्स मटका" का नाम आपने जरूर सुना होगा. ये नाम खासकर उन लोगों के बीच बहुत मशहूर है जो नंबरों के इस खेल में किस्मत आजमाते हैं. यह खेल चाहे विवादों में रहा हो, लेकिन इसकी लोकप्रियता आज भी कायम है. कल्याण फिक्स मटका दरअसल सट्टा मटका का ही एक रूप है, जिसमें कुछ खिलाड़ी पहले से तय (फिक्स) नंबरों पर दांव लगाने की जानकारी साझा करते हैं. इसे “फिक्स” इसलिए कहा जाता है क्योंकि कई बार खिलाड़ियों का मानना होता है कि कुछ खास नंबर बार-बार आते हैं या आने की संभावना ज्यादा होती है. हालांकि यह भी ध्यान देने वाली बात है कि कोई भी नंबर 100% फिक्स नहीं होता – ये केवल अनुमान और पुराने रिजल्ट के पैटर्न पर आधारित होते हैं.
What is Satta King: सट्टा किंग या सट्टा मटका गेम क्या है? जानें भारत में क्या है इसके लिए कानून.
इसकी शुरुआत कैसे हुई?
इस खेल की नींव 1962 में रतन खत्री नाम के शख्स ने रखी थी. शुरुआत में लोग न्यूयॉर्क और मुंबई के कॉटन एक्सचेंज में कपास की कीमतों पर सट्टा लगाते थे. बाद में इसने एक नया रूप लिया और एक नंबर आधारित गेम बन गया.
कल्याण मटका सबसे पहले कल्याण शहर में शुरू हुआ, इसलिए इसका नाम भी वहीं से लिया गया. धीरे-धीरे यह मुंबई, ठाणे, डोंबिवली और आसपास के इलाकों में फैल गया. आज यह खेल ऑनलाइन और ऑफलाइन, दोनों तरीके से खेला जाता है.
क्या यह खेल सुरक्षित है?
नहीं. यह गेम कानूनी रूप से भारत में अवैध है और इसे जुआ माना जाता है. इसमें धोखाधड़ी, धोखा देने वाले फिक्स नंबर, और पैसे की हानि के मामले आम हैं. जो लोग बिना सोचे-समझे इसमें उतर जाते हैं, वे अक्सर आर्थिक नुकसान झेलते हैं. इसलिए अगर आप जानकारी के लिए यह पढ़ रहे हैं तो यह जानना जरूरी है कि:
कल्याण फिक्स मटका केवल एक नंबर का खेल नहीं है, यह एक पूरी दुनिया है जिसमें अनुमान, रणनीति और बहुत सारा रिस्क शामिल है. इसकी शुरुआत भले ही एक मजेदार खेल के रूप में हुई हो, लेकिन आज यह कई लोगों के लिए लत बन चुका है.
अगर आप इसके बारे में जानना चाहते हैं, तो बस एक बात हमेशा याद रखें – जानकारी तक सीमित रहें, भागीदारी से बचें. क्योंकि जितनी जल्दी पैसा आता है, उतनी ही तेजी से चला भी जाता है.
डिस्क्लेमर: सट्टा मटका या इस तरह का कोई भी जुआ भारत में गैरकानूनी है. हम किसी भी तरह से सट्टा / जुआ या इस तरह की गैर-कानूनी गतिविधियों को प्रोत्साहित नहीं करते हैं.












QuickLY