भारत ने 17 दिसंबर 2024 को दक्षिणी प्रशांत महासागर में स्थित वानुआतु के तट के पास आए 7.4 तीव्रता के भूकंप के बाद तत्काल राहत सहायता के रूप में 5 लाख अमेरिकी डॉलर की मदद की घोषणा की है. इस भूकंप ने वानुआतु में भारी तबाही मचाई और जानमाल का बड़ा नुकसान हुआ है.
भूकंप के कारण वानुआतु में घरों, इमारतों और बुनियादी ढांचों को गंभीर क्षति पहुंची है, जिससे कई लोग बेघर हो गए हैं. भूकंप से प्रभावित क्षेत्रों में लोगों की जान भी चली गई है. भारतीय विदेश मंत्रालय (MEA) ने वानुआतु की सरकार को सहायता देने के लिए 500,000 डॉलर की सहायता राशि की घोषणा की है. यह राशि वानुआतु के पुनर्निर्माण और राहत कार्यों में मदद करेगी.
भारत का अंतरराष्ट्रीय सहयोग
भारत ने हमेशा प्राकृतिक आपदाओं के दौरान प्रभावित देशों के साथ सहयोग किया है, और इस बार भी वानुआतु को तत्काल राहत प्रदान करने की घोषणा की है. भारतीय विदेश मंत्रालय का कहना है कि इस मदद से वानुआतु के लोगों को राहत देने और पुनर्निर्माण में सहायता मिलेगी. इसके अलावा, भारत वानुआतु की सरकार और अंतर्राष्ट्रीय सहायता एजेंसियों के साथ मिलकर इस संकट की घड़ी में हर संभव मदद देने के लिए तैयार है.
India announces immediate relief assistance worth USD 500,000 to Vanuatu in the wake of devastating earthquake: MEA
An earthquake of magnitude 7.4 struck near Vanuatu's coast in the South Pacific Ocean on 17 December 2024 causing major destruction and loss of life. pic.twitter.com/N1ALMBzdxi
— ANI (@ANI) January 2, 2025
भारत का दृष्टिकोण और राहत कार्य
भारत की यह सहायता अंतरराष्ट्रीय समाज के प्रति भारत के दृढ़ सहयोग और मानवता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है. भारतीय अधिकारियों ने बताया कि राहत सहायता के साथ-साथ भारत वानुआतु में राहत कार्यों की निगरानी और सहायता के लिए अतिरिक्त संसाधन भी भेजेगा.
इस भयंकर भूकंप के बाद वानुआतु को हुए नुकसान और भारत द्वारा दी गई सहायता से यह सिद्ध होता है कि अंतर्राष्ट्रीय आपदाओं के समय सहयोग और सहायता प्रदान करना महत्वपूर्ण है, और भारत इस पहल में अग्रणी भूमिका निभा रहा है.