रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के नतीजे आज आने वाले हैं. सुबह आठ बजे वोटों की गिनती चल रही है. छत्तीसगढ़ विधानसभा की 90 सीटों के लिए 7 और 17 नवंबर को दो चरणों में मतदान हुआ था. जिसमें राज्य के 76.31 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है. छत्तीसगढ़ में शुरुआती रुझानों में सत्तारूढ़ कांग्रेस, बीजेपी से आगे थी और बीच में लगा कि दोनों के बीच कांटे का मुकाबला है लेकिन बाद में बीजेपी ने अच्छी-खासी बढ़त हासिल कर ली. यहां की 90 में से 55 सीट पर बीजेपी आगे है जबकि कांग्रेस 32 सीट पर बढ़त बनाए हुए है. Chhattisgarh Election 2023 Results Winners List: चुनाव नतीजों का दिन, यहां देखें छत्तीसगढ़ में किस सीट से कौन जीत रहा.
साल 2003 से 2018 तक लगातार 15 वर्षों तक सत्ता में रही बीजेपी को उम्मीद है कि राज्य की जनता इस बार उन्हें मौका देगी. दूसरी ओर राज्य में कांग्रेस सत्ता में वापसी करने का दावा कर रही है. कांग्रेस को उम्मीद है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में पार्टी ने जो कार्य किए हैं, जनता को वो पसंद आए हैं और एक बार फिर से राज्य में उनकी सरकार बनने वाली है. हालांकि अभी तक के रूझानों में कांग्रेस बुरी तरह पिछड़ती दिख रही है.
छत्तीसगढ़ में कौन बनेगा मुख्यमंत्री
छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने मुख्ममंत्री चेहरे के बिना विधानसभा चुनाव लड़ा. 2003 से 2018 तक लगातार 15 वर्षों तक सत्ता में रही बीजेपी को उम्मीद ने इस चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि पर भरोसा जताया.
अभी तक के रूझानों में बीजेपी को राज्य में सत्ता मिलती दिख रही है. ऐसे में पार्टी किसे मुख्यमंत्री बनाएगी? यहां हम आपको कुछ संभावित नाम बता रहे हैं.
रमन सिंह
लगातार तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके और पूरे राज्य से परिचित रमन सिंह का नाम इस लिस्ट में सबसे ऊपर है. सवाल यह है कि बीजेपी इस बार रमन सिंह पर भरोसा जताएगी या किसी और को मौका देगी. रमन सिंह तीन कार्यकाल सरकार चला चुके हैं और उन्हें राज्य चलाने की बेहतर समझ है. वह राज्य में लोकप्रिय रहे हैं. ऐसे में संभावना है कि बीजेपी एक बार फिर उन्हें मौका दे.
विजय बघेल
विजय बघेल पाटन सीट से सीएम भूपेश बघेल को टक्कर दे रहे हैं. विजय बघेल सीएम भूपेश बघेल की ही जाति ओबीसी की कुर्मी समाज से आते हैं. इस वजह से भी विजय बघेल की उम्मीदवारी मजबूत है. राज्य के स्थानीय नेताओं का समर्थन भी उन्हें प्राप्त है.
अरूण साव
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव का नाम भी सीएम पद की रेस में है. अरुण साव ओबीसी समाज से आते हैं. उनकी छवि साफ-सुधरी है. पूरे चुनावी मौसम में उन्होंने हाईकमान के निर्देश का भलीभांति पालन किया. ऐसे में बीजेपी उनपर भरोसा जता सकती है.
इसके अलावा छत्तीसगढ़ में बीजेपी किसी आदिवासी नेता पर भी दांव लगा सकती है. मुख्यमंत्री चुनते समय केंद्रीय नेतृत्व जरूर इस बात का ध्यान रखेगा कि कुछ ही महीनों बाद लोकसभा चुनाव हैं.