नई दिल्ली: विपक्षी गठबंधन INDIA के घटक दलों के नेताओं ने संसद की सुरक्षा में चूक के मामले को लेकर बृहस्पतिवार को एक बैठक की और सरकार से आग्रह किया इस मुद्दे की गंभीरता को देखते हुए गृह मंत्री अमित शाह विस्तृत बयान दें तथा दोनों सदनों में इस विषय पर चर्चा कराई जाए. विपक्षी दलों की यह भी मांग है कि लोकसभा की दर्शक दीर्घा से सदन में कूदने वाले व्यक्ति को पास दिलाने के लिए अनुशंसा करने वाले भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा के खिलाफ कार्रवाई की जाए. इन नेताओं की बैठक कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के संसद भवन स्थित कक्ष में हुई. Parliament Security Breach: संसद की सुरक्षा में चूक मामले में सुरक्षा स्टाफ से जुड़े 8 लोग सस्पेंड.
बैठक में कांग्रेस के खरगे और जयराम रमेश, द्रमुक से टी आर बालू और तिरूची शिवा, समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव, तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओब्रायन, शिवसेना (यूबीटी) के संजय राउत, राष्ट्रीय जनता दल के मनोज झा तथा कई अन्य विपक्षी दलों के नेता शामिल थे.
इस बैठक के बाद खरगे ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘संसद और सांसदों की सुरक्षा पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाली स्थिति की गंभीरता को देखते हुए विपक्ष और ‘इंडिया’ के घटक दलों की ओर से हम मांग करते हैं कि इस गंभीर मामले पर केंद्रीय गृह मंत्री एक बयान दें और उसके बाद इस संबंध में चर्चा की जाए.’’
उन्होंने कहा कि संसद की सुरक्षा के लिए तत्काल जरूरी सुधारात्मक कदम उठाए जाएं. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के घटक दलों की मांग है कि दोनों सदनों में गृह मंत्री एक विस्तृत बयान दें, जिसके बाद चर्चा हो. सदन में घुसने वालों को आगंतुक श्रेणी का पास मुहैया कराने वाले भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.’’
उनका यह भी कहना है, ‘‘मोदी सरकार द्वारा इन पूरी तरह से वैध और उचित मांगों को स्वीकार करने से इनकार करने के कारण आज सुबह लोकसभा और राज्यसभा की बैठक में कामकाज नहीं हो पाया.’’ खरगे सहित कई कांग्रेस सांसदों ने सदन के अन्य सभी कार्यों को अलग रखते हुए इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए लोकसभा और राज्यसभा दोनों में कार्य स्थगन का नोटिस दिया था.
कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने लोकसभा में कार्य स्थगन नोटिस दिया, वहीं पार्टी सांसद और राज्यसभा में सचेतक सैयद नासिर हुसैन ने इस मुद्दे पर चर्चा के लिए नियम 267 के तहत उच्च सदन में समान कार्य स्थगन नोटिस दिया था. पार्टी की एक अन्य सांसद जेबी माथेर हीशम ने भी इस मुद्दे पर चर्चा के लिए राज्यसभा में नियम 267 के तहत नोटिस दिया था.
कुछ विपक्षी दल सुरक्षा चूक के मुद्दे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलने और उनसे हस्तक्षेप की मांग करने पर भी विचार कर रहे हैं क्योंकि यह सभी सांसदों की सुरक्षा से जुड़ा हुआ विषय है. संसद पर 2001 में किए गए आतंकी हमले की बरसी के दिन बुधवार को, सुरक्षा में सेंधमारी की बड़ी घटना उस वक्त सामने आई जब लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दर्शक दीर्घा से दो लोग सदन के भीतर कूद गए और ‘केन’ के जरिये रंगीन धुआं फैला दिया. घटना के तत्काल बाद दोनों को पकड़ लिया गया.
इस घटना के कुछ देर बाद ही पीले और लाल रंग का धुआं छोड़ने वाली 'केन' लेकर संसद भवन के बाहर प्रदर्शन करने वाले एक पुरुष और एक महिला को गिरफ्तार किया गया. सदन में कूदने वाले दोनों व्यक्तियों की पहचान सागर शर्मा और मनोरंजन डी. के रूप में हुई है. संसद भवन के बाहर से गिरफ्तार किए गए दो लोगों की पहचान हरियाणा के जींद जिले के गांव घासो खुर्द की निवासी नीलम (42) और लातूर (महाराष्ट्र) के निवासी अमोल शिंदे (25) के रूप में हुई है.