गांधी नगर: गुजरात के अहमदाबाद शहर (Ahmedabad) का नाम कर्णावती (Karnavati) रखने की मांग सोशल मीडिया पर एक बार फिर से तेज हो गई है. इसको लेकर बुधवार को ट्विटर पर #WeWantKarnavati ट्रेंड कर रहा है. अहमदबाद को लेकर नेटिजंस का कहना था कि अहमदाबाद की नींव अहमदशाह ने नहीं बल्कि राजा कर्णदेव ने रखी थी. इसलिए शहर का नाम उन्हीं के नाम पर होना चाहिए. तो जानते है कि इसका नाम रखने और अब फिर बदलने के पीछे का इतिहास क्या हैं. क्यों लोग अहमदाबाद शहर का नाम कर्णावती रखने की मांग कर रहे हैं.
अहमदाबाद के इतिहास को लेकर इतिहास कार बताते हैं कि ये ग्यारहवीं शताब्दी से शुरू होता है. ये वो दौर था जब सोलंकी वंश के शासक राजा कर्णदेव-प्रथम थे. उन्होंने भील राजा अशपाल या अशावल से जंग लड़ी. कर्णदेव युद्ध में जीते और साबरमती नदी के किनारे कर्णावती नाम का शहर बसाया. सोलंकी शासन तेरहवीं शताब्दी तक चला. इसके बाद गुजरात द्वारका के वाघेला वंश के नियंत्रण में आ गया.
कर्णावती नाम रखने को लेकर लोगों का ट्वीट:
More than 900 years to the glorious city Karnavati.
King Karndev (1072-1094)
3 years to our twitter account.
Thank you each and everyone for your support.#MyTwitterAnniversary #Karnavati pic.twitter.com/IMdRY4koTA
— Karnavati City (@CityKarnavati) March 1, 2021
सोशल मीडिया पर ट्वीट कर लोग गुजरात के सीएम विजय रूपाणी से मांग कर रहे हैं कि जब उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ जब नाम बदल सकते है तो फिर विजय रूपाणी अहमदाबाद का नाम बदलकर कर्णावती क्यों नहीं कर सकते हैं.
ट्वीट पर लोगों की मांग:
Yogi ji can do it !
Rupani ji why not?
Rsh
Support Karnavati - Change name of Ahmedabad - Sign the Petition! https://t.co/t7GdlhTsWb#WeWantKarnavati pic.twitter.com/Pl7gFlJan0
— राष्ट्रहित सर्वोपरि🏹 #प्रशासक_समिति (@Rastrhit_Sainik) March 3, 2021
सोशल मीडिया पर कई लोग इस बड़े शहर के नाम को ऐतिहासिक भूल बता रहे हैं. इस शहर का नाम बदलने को लेकर एक ऑनलाइन याचिका की भी बात की गई है. जिसमें अहमदाबाद का नाम कर्णावती करने की सरकार से की गई है.
The glory shall be restored one day.
Karnavati is my name and I shall reclaim it.
Never forget. Never forgive.
Support Karnavati - Change name of Ahmedabad - Sign the Petition! https://t.co/luoB9rBTUG#WeWantKarnavati
— gautam verma #अखण्ड_योद्धा (@gautamverma95t) March 3, 2021
अहमदाबाद को लेकर इतिहासकार बताते हैं कि 13वीं शताब्दी गुजरते गुजरते गुजरात दिल्ली की सल्तनत का हिस्सा बन चुका था. फिर सन् 1411 में तत्कालीन सुल्तान अहमद शाह (Ahmed Shah) ने कर्णावती के पास अहमदाबाद शहर को बसाया. 1487 में अहमद शाह के पोते महमूद बेगाड़ा ने शहर के चारों ओर बाहरी दीवार बनवाई और इसमें 12 द्वार, 189 बुर्ज और और 6,000 से ज्यादा जंगी मोर्चे वाली चहारदीवारी बनवाई. जिसके बाद से उस शहर को अहमदाबाद के नाम से लोग जानने और पहचानने लगे.