Talathi Suspended in Jalna: सब्सिडी वितरण में फर्जीवाडा! फर्जी किसान दिखाकर किया 35 करोड़ रूपए का स्कैम, जालना में 10 तलाठी हुए सस्पेंड

जालना, महाराष्ट्र: जालना जिले में ओलावृष्टि और तेज बारिश के कारण किसानों का काफी नुकसान हुआ था. जिसके कारण उन्हें अनुदान देने के लिए जो निधि आया था, उसपर ही अधिकारियों ने हाथ साफ़ कर दिया. किसानों के लिए जारी किए गए सरकारी अनुदान वितरण में बड़ा घोटाला सामने आया है. इस मामले में 10 तलाठियों को निलंबित कर दिया गया है. आरोप है कि इन तलाठियों ने फर्जी किसानों के नाम पर अनुदान की राशि हड़प ली, जिससे सरकारी खजाने को लगभग 35 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.प्रशासनिक जांच के दौरान पाया गया कि जालना के अंबड और घनसावंगी तहसील के ग्रामराजस्व अधिकारी, ग्रामसेवक और कृषि सहायकों सहित कुल 26 अधिकारियों ने इस घोटाले में संलिप्तता दिखाई.

इन अधिकारियों ने वास्तविक किसानों की जगह बनावटी नामों से फर्जी आवेदन तैयार कर अनुदान की राशि निकाल ली. ये भी पढ़े:सावधान! ‘डिजिटल अरेस्ट’ के नाम पर बड़ा धोखा, कपल ने गंवाए लगभग 5 करोड़ रुपये

तलाठियों पर त्वरित कार्रवाई

प्राप्त जानकारी के अनुसार, जिन 10 तलाठियों को निलंबित किया गया है, उनके नाम हैं,' गणेश मिसाळ, कैलास घारे, विठ्ठल गाडेकर, बाळू सानप, पवन सुलाने, शिवाजी ढालके, कल्याण बमणावत, सुनील सोरमारे, प्रवीण शिनगारे और बी.आर. भुसारे.अन्य आरोपी अधिकारियों से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है. उनके उत्तरों के आधार पर प्रशासन आगे की कार्रवाई करेगा.इस पूरे घोटाले की खबर सामने आने के बाद जालना जिले में हड़कंप मच गया है और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं.

2022 से 2024 के बीच हुए थे भारी नुकसान

उल्लेखनीय है कि 2022 से 2024 के बीच जालना जिले में अतिवृष्टि,तेज बारिश और बाढ़ के कारण किसानों को भारी नुकसान हुआ था.इसके चलते राज्य सरकार ने राहत राशि के रूप में अनुदान वितरण की घोषणा की थी, जिसका लाभ लेने के लिए यह फर्जीवाड़ा किया गया.