भव्य आयोजन: श्रद्धालुओं और अतिथियों के लिए विशेष व्यवस्थाएं
राम मंदिर परिसर को रंग-बिरंगे फूलों और भव्य तोरण द्वारों से सजाया गया है. मंदिर ट्रस्ट ने अंगद टीला पर जर्मन हैंगर टेंट स्थापित करवाए हैं, जहां 5,000 से अधिक मेहमानों की मेजबानी की जाएगी. इन मेहमानों में 110 वीआईपी अतिथि शामिल हैंय खास बात यह है कि इन तीन दिनों में वीआईपी दर्शन बंद रहेंगे, जिससे आम श्रद्धालु भी बिना किसी बाधा के भगवान रामलला के दर्शन कर सकें.
रामलला ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि प्रतिष्ठा द्वादशी के दिन करीब 2 लाख श्रद्धालु दर्शन-पूजन के लिए पहुंचेंगे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद रामलला का अभिषेक करेंगे और महाआरती में शामिल होंगे.
#अयोध्या के राम मंदिर में, रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के एक वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में, आज से 3 दिन का विशेष आयोजन प्रारंभ हो रहा है।
इस अवसर पर यूपी के मुख्यमंत्री @myogiadityanath कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे और #रामलला का अभिषेक करेंगे।
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— आकाशवाणी समाचार (@AIRNewsHindi) January 11, 2025
कार्यक्रम की प्रमुख झलकियां
- रामलला का विशेष पूजन और महाआरती- रामलला के श्रीविग्रह का खड़े होकर दो पुजारी अभिषेक करेंगे, जबकि अन्य पुजारी उनका सहयोग करेंगे. महाआरती का आयोजन 12:20 बजे किया जाएगा.
- भोग और प्रसाद- प्रतिष्ठा द्वादशी के दिन भगवान को 56 प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाया जाएगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रामलला का पूजन करने के बाद मंदिर परिसर में प्रसाद ग्रहण करेंगे.
- वैदिक अनुष्ठान और मंत्रोच्चार- महाराष्ट्र और तमिलनाडु के 11 वैदिक विद्वान प्रातःकाल से अनुष्ठान प्रारंभ करेंगे. शुक्ल यजुर्वेद की मध्यांदिनी शाखा के 1,975 मंत्रों के जप के साथ हवन किया जाएगा. इसके साथ ही राम नाम के छह लाख मंत्रों का जप, श्रीसूक्त, पुरुषसूक्त, हनुमान चालीसा और अन्य पवित्र ग्रंथों का पाठ भी होगा.
- भक्ति संगीत और नृत्य- संगीत और नृत्य के माध्यम से भगवान राम की सेवा की जाएगी। प्रसिद्ध गायिका उषा मंगेशकर और मयूरेश पई भक्ति भजन प्रस्तुत करेंगे. इसके अलावा, डॉ. आनंदा शंकर जयंत भरतनाट्यम नृत्य प्रस्तुति "भावयामि रघुरामम" से कार्यक्रम का समापन करेंगी.
- संत सम्मेलन और काव्य पाठ- महोत्सव के दौरान देशभर से आए संत-महंत सम्मेलन करेंगे. कवि डॉ. कुमार विश्वास अपने भजनों और काव्य पाठ के माध्यम से भगवान रामलला को समर्पित प्रस्तुति देंगे.
अयोध्या में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब
तीन दिवसीय इस महोत्सव में लगभग पांच लाख श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है. अयोध्या का पूरा वातावरण भगवान राम की भक्ति में रमा हुआ है. राम मंदिर का गर्भगृह विशेष तौर पर सजाया गया है, और मंदिर के पुजारियों ने अपनी जिम्मेदारियां निभाने की तैयारियां पूरी कर ली हैं.
समर्पण और भक्ति का प्रतीक
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर को विश्व पटल पर स्थापित करने का प्रतीक है. इस महोत्सव के माध्यम से अयोध्या में एक नई भक्ति परंपरा की शुरुआत हो रही है, जो भारतीय संस्कृति और अध्यात्म को एक नई पहचान देती है. श्रद्धालुओं के लिए यह उत्सव भक्ति, आनंद, और भगवान श्रीराम के प्रति समर्पण का अनूठा अवसर है.