![Farmers Protest: दिल्ली-NCR बॉर्डर से किसानों को हटाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका, जरूरी सेवाओं में बाधा और कोरोना महामारी का दिया गया हवाला Farmers Protest: दिल्ली-NCR बॉर्डर से किसानों को हटाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका, जरूरी सेवाओं में बाधा और कोरोना महामारी का दिया गया हवाला](https://hist1.latestly.com/wp-content/uploads/2020/12/SC-380x214.jpg)
नई दिल्ली: नए तीनों कृषि क़ानून को लेकर मोदी सरकार (Modi Govt) के खिलाफ किसानों का आंदोलन लगातार जारी है. सरकार की तरफ से उन्हें मनाने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है. लेकिनकिसानों का कहना है कि जब तक तीनों कानून सरकार की तरफ से वापस नहीं लिए जाएंगे तब तक उनका आंदोलन इसी तरह से जारी रहेगा. किसानों द्वारा दिल्ली से सटे हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सीमा पर उनके प्रदर्शन से लोगों को काफी परेशानी हो रही है. लोगों की परेशानी को देखते हुए उनके आंदोलन को वहां से हटाने के लिए सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में शुक्रवार को एक याचिका दायर की गई है.
सुप्रीम कोर्ट में यह याचिका अधिवक्ता ओम प्रकाश परिहार की तरफ से दायर की गई है. याचिका में कहा गया है कि किसानों के आंदोलन से आम लोगों को काफी परेशानियों से साथ ही जरूरी सेवाओं को लेकर काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. याचिका में कोरोना महामारी का अभी हवाला दिया गया है.. यह भी पढ़े: Farmers Protest: किसानों और सरकार के बीच चली बैठक में नहीं निकला कोई हल, अब 5 दिसंबर को फिर होगी बातचीत
Petition filed before Supreme Court seeking directions for immediate removal of agitating farmers from border areas of Delhi-NCR keeping in view the fact that they may pose a risk to spread of #COVID19: Om Prakash Parihar, the Advocate on Record (AOR), for the petitioner, to ANI pic.twitter.com/BFf72JoChc
— ANI (@ANI) December 4, 2020
बात दें कि पंजाब-हरियाणा समेत कई राज्यों के किसानों का धरना पिछले 26 नवंबर से जारी हैं. आज उनके धरने का 9 वां दिन हैं. हालांकि किसान अपना आंदोलन खत्म करें. सरकार की तरफ से अब तक दो दौर की वार्त आंदोलन के बाद हो चुकी हैं. लेकिन कोई अब तक कोई हल नहीं निकल सका. अब तीसरे दौर की वार्ता पांच दिसंबर को होने वाली हैं.