उत्तरी-पूर्वी दिल्ली (North Ease Delhi) में हुई हिंसा के बाद हालात अब सामान्य होने लगे हैं. सांप्रदायिक हिंसा के बाद अब पुलिस ने धरपकड़ शुरू कर दिया है. दिल्ली पुलिस ने अब तक इस मामले में 254 FIR दर्ज किए हैं. वहीं गिरफ्तार किए गए या हिरासत में लिए गए लोगों की कुल संख्या 903 है. इस मामले में पुलिस जांच कर रही है. दिल्ली पुलिस ने बताया की सूबे में अब शांति कायम होने लगी है. अभी किसी भी प्रकार के कोई हिंसा की खबर नहीं आई है. मौजपुर-जाफराबाद में रविवार को रेहड़ी पर सब्जी बेचने वाले सड़कों पर लौटे और आठ दिन बाद व्यापारियों ने भी अपनी दुकानें खोल दी हैं. फिलहाल सुरक्षा के लिहाज से अब ही कई जगहों पर बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती है. जगह-जगह अर्धसैनिक बलों एसएसबी और सीआरपीएफ की टुकड़ियां तैनात हैं, जिससे लोगों में भय कम करने में मदद मिली है.
बता दें कि दिल्ली हिंसा के बाद सरकार हर संभव मदद करने की कवायद में जुट गई है. सीएम अरविंद केजरीवाल ने हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों को दस-दस लाख रुपये, नाबालिगों की मौत पर उनके परिजनों को पांच लाख रुपये, हिंसा में दिव्यांग हुए व्यक्ति को पांच लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को दो लाख और मामूली रूप से घायल हुए व्यक्ति को 20000 रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है. यही नहीं हिंसा प्रभावित छात्रों को किताबें और वर्दी दिल्ली सरकार निशुल्क उपलब्ध कराएगी. अगर कोई घायल निजी अस्पताल में भी उपचार कराता है तो उसका सारा खर्च दिल्ली सरकार फरिश्ते स्कीम के तहत वहन करेगी. यह भी पढ़े: दिल्ली में हुई हिंसा के बाद उत्तर प्रदेश में भी अलर्ट, दिल्ली की सीमा से सटे जिलों पर खास नजर
दिल्ली पुलिस ने दी जानकारी:-
Delhi Police: 254 FIRs have been registered, including 41 cases under Arms Act. 903 people have been either arrested or detained. No PCR calls of rioting have been received in the last 4 days. #DelhiViolence pic.twitter.com/CfiIpk3v9t
— ANI (@ANI) March 1, 2020
उत्तरी-पूर्वी दिल्ली में इस सप्ताह की शुरुआत में हुई हिंसा में उपद्रवियों ने खूब तबाही मचाई. हिंसा में वहीं करोड़ों रुपये की संपत्ति का भी नुकसान हुआ है. इस दौरान कई जगहों पर एक समुदाय दूसरे समुदाय के खून के प्यासा दिखा, मगर साथ ही कुछ जगहों पर एक समुदाय ने अन्य समुदाय के लोगों की हिफाजत करते हुए गंगा-जमुनी तहजीब का नायाब उदाहरण भी पेश किया. जिससे पता चलता है कि भारत की एकता को कोई तोड़ नहीं सकता है.