कोविड-19 टीकाकरण : देश में कोविड (Covid-19 )से स्वस्थ होने की दर 96.32 हो गई है. पिछले 24 घंटों में 18,088 नए मामले आये. वहीं, राहत भरी खबर है कि कोरोना से अबतक 99,97,272 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं. जबकि देश का रिकवरी रेट बढ़कर 96.35 प्रतिशत गया है. इसके साथ ही कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़कर 1,03,74,932 पर पहुंच गई है. पिछले 24 घंटे में 264 लोगों की मौत हो गई. इसके साथ ही इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 1,50,114 तक पहुंच गई है. वहीं पूरा देश टीकाकरण के शुरू होने का इंतजार कर रहा है.
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण (Rajesh Bhushan) का कहना है कि देश में 37 वैक्सीन स्टोरेज यूनिट हैं. इनमें करनाल, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता में जीएमएसडी नाम के चार प्राथमिक वैक्सीन स्टोर हैं. इनमें बड़ी संख्या में टीकों का भंडारण किया गया है. यहीं से आगे का वितरण किया जाएगा. उन्होंने बताया कि स्वास्थ्यकर्मी और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं को स्वयं को लाभार्थी के रूप में पंजीकृत करने की आवश्यकता नहीं होगी. श्री भूषण के अनुसार पूर्वाभ्यास के आधार पर, सरकार 10 दिनों के भीतर आपात स्थिति में कोविड-19 के लिए वैक्सीन उपलब्ध करने के लिए तैयार है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड के टीके से संबंधित विभिन्न पहलुओं के बारे में बार बार पूछे जाने वाले सवालों की श्रृंखला जारी की है. यह भी पढ़ें : Coronavirus Vaccine: मोदी सरकार ने पूरी की टीकाकरण की तैयारी, ऐसे की जाएगी ट्रैकिंग
सरकार तैयार :
सरकार ने कहा है कि यह आपातकालीन स्वीकृति के अनुदान से 10 दिनों के भीतर टीकाकरण अभियान शुरू करने के लिए तैयार है. ड्रग रेगुलेटर ने 3 जनवरी को कोवीशील्ड और कोवैक्सिन को मंजूरी देने की घोषणा की थी. भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के प्रमुख बलराम भार्गव का कहना है कि एक महामारी या आपातकालीन स्थिति में, इम्युनोजेनसिटी (प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया उत्पन्न करने की वैक्सीन की क्षमता) डेटा प्रभावकारिता के लिए एक सरोगेट के रूप में कार्य करता है और एक टीका के बिना सुरक्षा के आधार पर अनुमोदित किया जा सकता है. यह भी पढ़ें : Coronavirus Cases: तेलंगाना में COVID-19 के 417 नए मामले, दो और लोगों की मौत
वहीं सीरम के सीईओ अदार पूनावाला और भारत बायोटेक के चेयरमैन डॉ. कृष्णा एल्ला ने कहा कि हमारे सामने बड़ा और महत्वपूर्ण टास्क है- देश और दुनिया के लोगों की जान बचाना. उन्होंने कहा, "वैक्सीन दुनियाभर के लोगों की अच्छी सेहत के लिए होती है. वैक्सीन में जिंदगियां बचाने और इकोनॉमी को जल्द से जल्द पटरी पर लाने की ताकत होती है. जब भारत में दोनों कोरोना वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिल गई है तो फोकस अब मैन्युफैक्चरिंग (Manufacturing), सप्लाई (Supply) और डिस्ट्रीब्यूशन (Distribution) पर है ताकि जिस आबादी को सबसे ज्यादा जरूरत है, उसे हाई क्वालिटी की सेफ और असरदार वैक्सीन मिल सके."