भारत में कोरोना वायरस का खतरा बढ़ रहा है. केरल में चीन से लौटे 7 लोगों को निगरानी में रखा गया है. पिछले 24 घंटों के दौरान चार शहरों से 11 मामले सामने आए हैं. सबसे अधिक मामले केरल में सामने आए हैं. केरल SARS (गंभीर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम) जैसे वायरस के हल्के लक्षणों के साथ पाए जाने के बाद सात को तिरुवनंतपुरम के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मुंबई से दो और हैदराबाद और बेंगलुरु में एक-एक मरीज को चीन से लौटने के बाद शुक्रवार को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया. इन सभी से कोरोना वायरस के लिए नेगेटिव परीक्षण किया है, लेकिन डॉक्टरों ने इन्हें अभी आम लोगों से दूर रखा है. इन लोगों को लेकर स्वास्थ्य विभाग बेहद सतर्क है और कई लेवल पर इनकी निगरानी की जा रही है.
चीन के नेशनल हेल्थ कमीशन ने बताया कि अब तक कोरोना वायरस के 1287 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि 41 लोगों की मौत हो चुकी है. चीन में कोरोना वायरस से मौत की खबर के बाद से अब तक भारत में 96 विमानों के 20 हजार 844 से ज्यादा यात्रियों की थर्मल जांच की जा चुकी है. शुक्रवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इन स्वास्थ्य जांचों में किसी भी व्यक्ति में कोरोना वायरस के लक्षण नहीं पाए गए हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन हर तरह की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं.
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पिछले कुछ दिनों में चीन से केरल आए 80 लोगों की स्वास्थ्य स्थिति पर राज्य के स्वास्थ्य अधिकारी नजर रखे हुए हैं. अधिकारियों ने बताया कि बुखार, जुकाम के लक्षण वाले 7 लोगों का राज्य में विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों में उपचार चल रहा है. इसके अलावा 73 लोगों को घर पर निगरानी में रखा गया है. ये सभी लोग चीन से आए थे.
कोरोना वायरस के मामले चीन के बाद अमेरिका, सऊदी अरब, सिंगापुर और नेपाल सभी सामने आए हैं. सऊदी के एक अस्पताल में काम करने वाली केरल की नर्स इस जानलेवा वायरस से संक्रमित मिली हैं. फिलहाल, नर्स का इलाज चल रहा है.नेपाल में भी एक छात्र के कोरोना वायरस की चपेट में आने की खबर है. कोरोना वायरस के मरीजों में आमतौर पर जुखाम, खांसी, गले में दर्द, सांस लेने में दिक्कत, बुखार जैसे शुरुआती लक्षण देखे जाते हैं.