दिल्ली हाईकोर्ट ने सोमवार को अपना फैसला सुनाते हुए 1984 के सिख विरोधी दंगों ( 1984 anti-Sikh riots) के मामले में कांग्रेस नेता सज्जन कुमार (Sajjan Kumar) को दोषी करार कर दिया है. इससे पहले निचली अदालत ने फैसला सुनाते हुए कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को बरी कर दिया था. इसके बाद निचली अदालत के फैसले को चुनौती देने के लिए दिल्ली हाईकोर्ट में कई याचिकाएं दाखिल की गई थी. हाईकोर्ट के जस्टिस एस मुरलीधर और न्यायमूर्ति विनोद गोयल की पीठ ने 29 अक्टूबर को सीबीआई, दंगा पीड़ितों और दोषियों की ओर से दायर अपीलों पर दलीलें सुनने का काम पूरा करने के बाद फैसला सुरक्षित रखा था.
#UPDATE 1984 anti-Sikh riots: Congress' Sajjan Kumar has been sentenced to life imprisonment. He has to surrender by 31st December, 2018. pic.twitter.com/AWBwnhHrgr
— ANI (@ANI) December 17, 2018
बता दें कि इस मामले की सुनवाई में दिल्ली हाई कोर्ट की डबल बेंच ने सज्जन कुमार को आपराधिक षडयंत्र रचने, हिंसा कराने और दंगा भड़काने का दोषी पाया गया है. जिसके बाद अदालत ने अपना फैसला सुनाया. 1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की सिख सुरक्षा गार्डो द्वारा हत्या के बाद आक्रोश में सिख समुदाय को निशाना निशाना बनाया गया था.
वहीं इस हिंसा में दिल्ली छावनी के राजनगर क्षेत्र में एक ही परिवार के पांच सदस्यों को मार दिया गया था. जिसके बाद सज्जन कुमार आरोपी थे और अब उन्हें दोषी करार दिया गया है. वहीं अदालत के इस फैसले के बाद मृतकों के परिवार वालों ने खुशी जताई है. उन्होंने फांसी की भी मांग की.