
भारत सरकार के दूरसंचार विभाग (DoT) ने भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) को 61,000 करोड़ रुपये मूल्य का 5जी स्पेक्ट्रम आवंटित किया है. अब बीएसएनएल को प्रीमियम (700MHz) और मिड-बैंड (3300MHz) स्पेक्ट्रम की सुविधा मिल गई है, जो कि 5G सेवाओं के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण होती है. रिपोर्ट के अनुसार, इससे बीएसएनएल को 5G नेटवर्क का रोलआउट करने में बड़ी मदद मिलेगी और यह कंपनी की सेवाओं की गुणवत्ता में भी सुधार ला सकता है.
बीएसएनएल की 5G नेटवर्क टेस्टिंग और आने वाले अपडेट्स
इस नई उपलब्धि के साथ बीएसएनएल ने दिल्ली जैसे चुनिंदा स्थानों पर अपने 5G नेटवर्क का ट्रायल शुरू कर दिया है. सूत्रों के अनुसार, कुछ 5G टावर 2025 तक पूरी तरह से सक्रिय हो जाएंगे. कंपनी के पास देशभर में 4G नेटवर्क को मजबूत करने का भी बड़ा अभियान चल रहा है. फिलहाल बीएसएनएल पूरे देश में एक लाख से अधिक 4G टावर स्थापित करने की प्रक्रिया में है, जिनमें से 80,000 टावर पहले ही कार्यात्मक हो चुके हैं. इन टावरों को आने वाले समय में 5G सपोर्ट के लिए अपग्रेड किया जाएगा, ताकि 5G नेटवर्क को और अधिक स्थिर और तेज बनाया जा सके.
बीएसएनएल का NaaS मॉडल और निजी नेटवर्क विस्तार
बीएसएनएल ने पहले ही अपना 5G नेटवर्क नेटवर्क-एज-ए-सर्विस (NaaS) मॉडल के तहत रोलआउट करना शुरू कर दिया है. इस मॉडल के तहत बीएसएनएल अपने ग्राहकों को 5G सेवाएं बिना बड़ी पूंजी निवेश के प्रदान कर रहा है. इसी बीच टाइडल वेव (Tidal Wave) ने कोल इंडिया के लिए 3500MHz बैंड पर एक निजी 5G नेटवर्क स्थापित किया है, जो उद्योग के लिए एक बड़ी पहल है.
भारतीय टेलिकॉम कंपनियों का 5G विस्तार
वर्तमान में, एयरटेल (Airtel) और जियो (Jio) देशभर में 5G सेवाएं दे रहे हैं, और इनके नेटवर्क का विस्तार लगातार हो रहा है. Vi ने भी हाल ही में मुंबई, बेंगलुरू और दिल्ली जैसे चुनिंदा शहरों में 5G नेटवर्क का रोलआउट करना शुरू किया है. इस प्रतिस्पर्धा के बीच बीएसएनएल ने 2024 में प्रमुख निजी टेलिकॉम कंपनियों द्वारा मूल्य वृद्धि के बाद अपने ग्राहकों की संख्या में वृद्धि देखी है.
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बीएसएनएल की किफायती सेवाएं और आगामी विकास
बीएसएनएल अपने निजी प्रतिस्पर्धियों की तुलना में अधिक किफायती रिचार्ज प्लान्स और बेहतर डेटा बेनिफिट्स प्रदान करता है, जो इसे विशेष रूप से बजट-फ्रेंडली सेवा चाहने वाले ग्राहकों के बीच लोकप्रिय बना रहा है. बीएसएनएल की यह किफायती नीति अब और अधिक उपयोगकर्ताओं को आकर्षित कर रही है, खासकर उन ग्राहकों को जो उच्च कीमतों से बचना चाहते हैं. 4G नेटवर्क के विस्तार के साथ-साथ, 5G की शुरुआत से यह उम्मीद जताई जा रही है, कि बीएसएनएल को और भी अधिक उपभोक्ता मिलेंगे, जो कि उसे मार्केट में एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी बनाएगा.
बीएसएनएल का भविष्य
कंपनी का लक्ष्य 5G नेटवर्क के विस्तार और अधिक अपग्रेड किए गए टावरों के माध्यम से आने वाले वर्षों में अपनी सेवाओं को और बेहतर बनाना है. बीएसएनएल के 5G नेटवर्क के रोलआउट के बाद, यह देशभर में उच्च गति और स्थिर इंटरनेट कनेक्टिविटी प्रदान करने में सक्षम होगा, जो दूरसंचार क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव ला सकता है. इसके साथ ही, बीएसएनएल का 5G नेटवर्क सरकारी और निजी क्षेत्रों में डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन को भी बढ़ावा देने में सहायक सिद्ध होगा.
कुल मिलाकर, बीएसएनएल का 5G नेटवर्क और उसके विकास से भारत में टेलिकॉम क्षेत्र को नई दिशा मिलने की संभावना है, जहां किफायती दरों पर बेहतर सेवाएं प्रदान की जा सकेंगी.