पंजाब के लुधियाना से बिहार जा रही मोरध्वज एक्सप्रेस ट्रेन (Mour Dhwaj Express Train) में एक व्यक्ति अपनी पत्नी (Wife) की डेड बॉडी (Dead Body) के साथ करीब 500 किलोमीटर तक सफर करता रहा. लेकिन इस बात कि ट्रेन में सवार लोगों को खबर तक नहीं लग पाई. इस बीच जब टीटीई टिकट चेक करने आया और उसे शक होने पर उसने महिला के मौत की सूचना कंट्रोल को दी. जिसके बाद शाहजहांपुर जंक्श (Shahjahanpur Junction) पर ट्रेन को रुकवाकर जीआरपी ने शव उतारा. महिला की बीमारी हार्ट अटैक की वजह बताया जा रहा है.
जानकारी के अनुसार बिहार के औरंगाबाद जिले के थाना क्षेत्र निवासी नवीन की पत्नी उर्मिला देवी (Urmila Devi) का करीब एक साल से हार्ट के बीमारी का इलाज चल रहा था. दस दिन पहले उर्मिला पानी बहन आरती जो लुधियाना में रहती है, इलाज के लिए उर्मिला और उसके पति को बुलाया था. इलाज कराने के बाद दोनों शुक्रवार की रात अपने घर के लिए जा ही रहे थे. इस बीच उने ट्रेन में ही हार्ट अटैक आने पर उनकी मौत हो गई. यह भी पढ़े: चलती ट्रेन में जन्मे बच्चे की हुई मौत, झारखंड निवासी इंद्राणी देवी ने सफर के दौरान शिशु को दिया था जन्म
मृतक महिला उर्मिला देवी शुक्रवार रात करीब 9 बजे अपने पति नवीन के साथ मोरध्वज एक्सप्रेस के जनरल कोच में सफ़र के लिए सवार हुआ. लेकिन जनरल कोच में भीड़ अधिक होने की वजह से नवीन बीमार पत्नी को लेकर स्लीपर कोच की गैलरी में बैठ गया. लुधियाना से ट्रेन निकलने के कुछ देर बाद ही उर्मिला के सीने में दर्द होने के बाद उसकी मौत हो गई.
रात होने की वजह से उर्मिला की मौत के बाद नवीन ने पत्नी की मृत्यु होने की किसी को भनक नहीं लगने दी और पत्नी का सिर अपने घुटने पर रखकर उसके चेहरे पर उसके साड़ी का पल्लू डाल दिया. वह ट्रेन में मृत पत्नी के साथ सफ़र करता रहा. करीब 500 किमी शव के साथ सफर करने के बाद जब ट्रेन बरेली पहुंची तो यात्रियों व कोच में आये टीटीई उर्मिला की मृत्यु होने की आशंका लगी. जिसके बाद इसकी सूचना रेलवे पुलिस को देने के बाद महिला का शव ट्रेन से उतारा गया.