बेंगलुरु: एक महिला ने कथित तौर पर आत्महत्या करने से पहले अपनी दो नाबालिग बेटियों को फांसी देकर मारने की कोशिश की. यह घटना 20 सितंबर को बेंगलुरु के डिब्बर गांव में हुई. वरलक्ष्मी के रूप में पहचानी गई महिला को पड़ोसियों ने बचाया और वह अभी अपनी जिंदगी के लिए संघर्ष कर रही है. महिला की छोटी बेटी घर से बाहर निकल गई इसलिए उसकी जन बच गई. हालांकि उसकी बड़ी बहन की फांसी पर लटककर मौत हो गई. Rajasthan Shocker: पिता पर नाबालिग बेटी से रेप का आरोप, बहन का दर्द सुन भाई ने की आत्महत्या.
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, अपने पति पुट्टाराजू की मौत के बाद वरलक्ष्मी सदमे में थी. पुट्टाराजू की मौत COVID-19 से हुई थी. वरलक्ष्मी इस दुख से बाहर निकल पा रही थी इसलिए उसने अपनी बेटियों के साथ आत्महत्या करने के बारे में सोचा.
20 सितंबर को, उसने अपनी बेटियों - 12 वर्षीय दिव्यश्री और 8 वर्षीय मुग्धा को फांसी पर लटकाने का फैसला किया और खुद भी फंदे पर लटक गई. रिपोर्ट के अनुसार जब वरलक्ष्मी और दिव्यश्री आत्महत्या के लिए तैयार हो रहे थे तब छोटी बेटी मुग्धा अपने घर से बाहर भागी और मदद के लिए चिल्लाई.
बच्ची की आवाज सुनकर पड़ोसी मदद के लिए दौड़े और महिला और उसकी बड़ी बेटी को नीचे उतारा. मां-बेटी की जोड़ी को अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने दिव्यश्री को मृत घोषित कर दिया. वरलक्ष्मी का इलाज चल रहा है. पुलिस के अनुसार, हो सकता है कि मां ने अपनी बेटियों को आत्महत्या के लिए मना लिया हो क्योंकि वह उन्हें पालने में असमर्थ महसूस कर रही थी.
पुलिस ने कहा, हमें लगता है वे तीनो आत्महत्या कर जिंदगी समाप्त करना चाहते थे. हो सकता है मुग्धा अंतिम समय में डर गई होगी और भाग गई होगी. पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि बड़ी बेटी ने खुद फांसी लगाई या उसकी मां ने उसे लटकाया. संदिग्ध मौत का मामला दर्ज किया गया है.