अगस्तावेस्टलैंड केस: शौचालय जाने का बहाना बना ED ऑफिस से निकले कमलनाथ के भांजे रतुल पुरी, दिल्ली कोर्ट ने गिरफ्तारी से दी राहत
कमलनाथ और रतुल पुरी (Photo Credits: Twitter/ANI)

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath) के भांजे रतुल पुरी अगस्तावेस्टलैंड (AgustaWestland) वीवीआईपी हेलीकॉप्टर घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले (Money Laundering Case) में अग्रिम जमानत याचिका के लिए शनिवार को दिल्ली (Delhi) की एक अदालत पहुंचे थे. अदालत ने रतुल पुरी (Ratul Puri) को गिरफ्तारी से राहत दी है. उनकी याचिका पर सुनवाई करते हुए अदालत ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) से उन्हें 29 जुलाई तक गिरफ्तार नहीं करने का निर्देश दिया है. इसके अलावा अदालत ने रतुल पुरी को शाम 5 बजे तक ईडी के समझ पूछताछ के लिए पेश होने के लिए भी कहा है. इससे पहले ‘हिंदुस्तान पावरप्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड’ के अध्यक्ष रतुल पुरी ने अदालत से कहा कि मामले में उन्हें गिरफ्तार किए जाने की आशंका है. उन्होंने कहा कि वह जांच में सहयोग कर रहे हैं और उनकी गिरफ्तारी की कोई आवश्यकता नहीं है.

दरअसल, अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि रतुल पुरी से शुक्रवार को दिल्ली में प्रवर्तन निदेशालय कार्यालय में पूछताछ के दौरान कुछ सबूतों के बारे में सवाल किए जाने थे. उन्होंने आरोप लगाया कि रतुल पुरी ने जांच अधिकारी से शौचालय जाने के लिए थोड़ा समय मांगा, लेकिन वापस नहीं लौटे. ऐसा माना जाता है कि एजेंसी के अधिकारियों ने तब उनसे मोबाइल फोन पर संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन फोन बंद था. अधिकारियों ने कहा कि एजेंसी पूछताछ के लिए अब उन्हें फिर से सम्मन भेजने पर विचार कर रही है. यह भी पढ़ें- अगस्ता वेस्टलैंड VVIP हेलीकॉप्टर घोटाला: बिचौलिए सुशेन मोहन गुप्ता को दिल्ली के स्पेशल कोर्ट ने दी जमानत

हिन्दुस्तान पॉवर प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के अध्यक्ष रतुल पुरी से एजेंसी विगत में भी इस संबंध में पूछताछ कर चुकी है. वह नीता और दीपक पुरी के पुत्र हैं. नीता कमलाथ की बहन हैं. दीपक पुरी ऑप्टिकल स्टोरेज मीडिया फर्म मोजर बेयर के सीएमडी हैं. वीवीआईपी के लिए अगस्तावेस्टलैंड हेलीकॉप्टर खरीदने के लगभग 3,600 करोड़ रुपये के सौदे को भारत ने भ्रष्टाचार और रिश्वत के आरोपों के चलते रद्द कर दिया था.

भाषा इनपुट