फिल्म 'लवयात्री' इस शुक्रवार बड़े पर्दे पर रिलीज़ होने जा रही हैं. इस फिल्म में आयुष शर्मा और वरीना हुसैन मुख्य भूमिका में है. फिल्म को लेकर काफी विवाद भी हुआ था, जिसकी वजह से फिल्म का नाम बदलकर 'लवरात्रि' से 'लवयात्री' रख दिया गया था. इस फिल्म की टक्कर आयुष्मान खुराना और राधिका आप्टे की 'अंधाधुन' से होगी. अभी हम सलमान खान द्वारा निर्मित फिल्म 'लवयात्री' का प्रेस शो देख रहे हैं. फिल्म का पहला हाफ समाप्त हो चुका है और हम आपके लिए इसका क्विक रिव्यू लेकर आए हैं.
फिल्म का पहला हाफ टुकड़ो में अच्छा है. शुरुआत में दिखाया जाता है कि आयुष शर्मा (सुश्रुत ) को गरबा खेलने का काफी शौक है. वह अपने कॉलेज में भी बच्चों को गरबा सिखाता है. उसके दो दोस्त हैं :- नेगेटिव और रॉकेट. मिशेल अपने पापा (रौनित रॉय ) के साथ लंदन में रहती हैं. कुछ दिनों के लिए वह भारत आती है. उसी दौरान नवरात्रे चल रहे होते हैं. गरबा फेस्टिवल के दौरान सुश्रुत को मिशेल से प्यार हो जाता है. उसके मामा ( राम कपूर ) उससे कहते है कि उसके पास मिशेल का प्यार हासिल करने के लिए सिर्फ 9 दिन हैं. क्योंकि उसके बाद मिशेल वापिस चली जाएगी. मिशेल और सुश्रुत करीब आने लगते हैं.
आयुष और वरीना का अभिनय साधारण है. हालांकि आयुष के दोस्त की भूमिका निभा रहे प्रतीक गांधी अपनी कॉमिक टाइमिंग के द्वारा आपको हंसाएंगे. फिल्म के गाने काफी अच्छे हैं लेकिन अभी तक यह एक एवरेज फिल्म साबित हुई है.
हम आशा करते हैं कि फिल्म 'लवयात्री' का यह क्विक रिव्यू आपको अच्छा लगा होगा. इस फिल्म की पूरी समीक्षा के लिए लेटेस्टली के साथ बने रहे.