बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार दिलीप कुमार (Dilip Kumar) अब इस दुनिया में नहीं रहें. उनके निधन के बाद तमाम लोग अपना दुख जाहिर कर रहें हैं. ऐसे में दिलीप कुमार से जुड़ी तमाम किस्से कहानियां चर्चा में छाई हुई है. ऐसा ही वाकया है जब दिलीप कुमार अपनी फिल्मों के चलते डिप्रेशन में चले गए. दरअसल दिलीप कुमार का बॉलीवुड में काफी लंबा करियर रहा था लेकिन इस दौरान उन्होंने बेहद ही चुनिंदा फिल्में साइन की थी. दिलीप कुमार की सभी फिल्में का इंटेंस हुआ करती थी. इनमें से ज्यादातर फिल्मों का अंत दुखदाई रहता था. जबकि दिलीप साहब को मेथड एक्टर माना जाता था. वो अपने हर किरदार में खो जाया करते थे. मानो वो इस किरदार को जी रहे हो.
लेकिन दिलीप कुमार की इस आदत के चलते इसका असर उनके स्वास्थ्य पर पड़ने लगा था. वो काफी परेशान रहने लगे थे और डिप्रेशन में चले गए थे. जिसका इलाज कराने वो लंदन चले गए थे. जहां डॉक्टर्स ने उन्हें हलके-फुल्के किरदार करने की सलाह दी थी. जिसके बाद उन्होंने ‘राम और श्याम’ और कोहिनूर जैसी फिल्मों को साइन किया.
दिलीप कुमार ने अपने करियर में ‘जुगनू’, ‘शहीद’, ‘अंदाज़’, ‘जोगन’, ‘दाग’, ‘आन’, ‘देवदास’, ‘नया दौर’ और ‘मुगल-ए-आज़म’ जैसी कई बेहतरीन फिल्में दी है. उनका हर एक किरदार काफी यादगार था.