इंदौर (मप्र), 11 जनवरी : मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने उद्योगपतियों से प्रदेश में उद्योग लगाने एवं निवेश करने का आग्रह करते हुए बुधवार को कहा कि उद्योगों के लिये 24 घंटे में भूमि आवंटित की जाएगी. चौहान ने यहां ‘ग्लोबल इन्वेस्टर समिट’ को संबोधित करते हुए यह बात कही. उन्होंने कहा, ‘‘आज मध्यप्रदेश विकास की तरफ तेजी से बढ़ा है. प्रदेश की विकास दर देश में सर्वाधिक है. हम तेज गति से आगे बढ़ रहे हैं. भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में मध्य प्रदेश का विशेष स्थान है.’’ चौहान ने कहा, ‘‘प्रदेश में प्रति व्यक्ति आय 1.37 लाख रुपये हो गई है, लेकिन हमें चैन नहीं है. इसलिए मध्य प्रदेश में निरंतर कार्य हो रहा है. प्रदेश को और आगे ले जाना है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘जमीन की मांग 24 घंटे में पूरी करेंगे. प्रदेश में जमीन की पर्याप्त उपलब्धता है. इसे प्राथमिकता से औद्योगिक इकाइयों की स्थापना के लिये प्रदान करने का कार्य किया जायेगा. मध्य प्रदेश में उद्योगों के लिए बनाये गये ‘लैंड बैंक’ में लगभग दो लाख एकड़ भूमि की उपलब्धता है.’’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैं मध्य प्रदेश के सीईओ के रूप में सदैव उपलब्ध हूं. प्रति सोमवार उद्योगपतियों से भेंट के लिये समय तय किया गया है.’’ उन्होंने राज्य सरकार की सहयोगात्मक नीतियों का जिक्र करते हुए निवेशकों को हरसंभव सहयोग का भरोसा भी दिलाया. चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश देश का सबसे स्वच्छ राज्य है और इंदौर देश का स्वच्छतम शहर है. उन्होंने कहा, ‘‘प्रदेश में 300 से अधिक औद्योगिक क्षेत्र हैं. कई फूड पार्क, प्लास्टिक पार्क हैं और अब चिकित्सा उपकरण पार्क भी विकसित हो रहे हैं. निवेशक खुद यह मानने लगे हैं कि मध्य प्रदेश निवेश की दृष्टि से अनुकूल है. फार्मा सेक्टर बधाई का पात्र है, जिसने कोविड के संकट के समय निरंतर कार्य कर लोगों के हित में भूमिका निभाई.’’ यह भी पढ़ें : प्रधानमंत्री मोदी हुब्बल्ली में आज 26वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव का उद्घाटन करेंगे
चौहान ने कहा कि प्रदेश में ऑटोमोबाइल क्षेत्र, कौशल विकास, सूचना प्रौद्योगिकी, रक्षा क्षेत्र, नवकरणीय ऊर्जा में लगातार कार्य किया गया है. उन्होंने कहा कि उद्योगों की आवश्यकता के अनुरूप पैकेज देने का कार्य भी राज्य सरकार करेगी. चौहान ने कहा, ‘‘प्रदेश खनिज से संपन्न है. जहां तक ऊर्जा उत्पादन की बात है 25,000 मेगावाट से अधिक बिजली का उत्पादन हो रहा है. दिल्ली मेट्रो की ट्रेन भी मध्य प्रदेश की बिजली के सहयोग से चलती है. पानी की कमी नहीं है. औद्योगिक शांति है. प्रदेश से दस्युओं का आतंक समाप्त किया गया है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘मध्य प्रदेश देश की खाद्य राजधानी के रूप में उभरा है. प्रदेश में पर्यटन के क्षेत्र में निवेश के लिए अपार संभावनाएं हैं. देश और विदेश से बड़ी संख्या में पर्यटक प्रदेश के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, धार्मिक और प्राकृतिक पर्यटन-स्थलों में भ्रमण करने आते हैं.’’ उन्होंने राज्य की विशेषताओं को रेखांकित करते हुए कहा, ‘‘मध्य प्रदेश का सौंदर्य अद्भुत है. यहां धार्मिक पर्यटन के रूप में 2 ज्योतिर्लिंग ओंकारेश्वर और महाकालेश्वर, मां नर्मदा का तट है. विश्व धरोहर खजुराहो है.’’ चौहान ने वन्यजीव पर्यटन क्षेत्रों का उल्लेख करते हुए कहा कि कूनो पालपुर में चीतों को हाल में बसाने का कार्य सफल हुआ है. फरवरी माह से पर्यटक इन्हें देख सकेंगे. उन्होंने कहा कि प्रदेश में पर्यटकों की बढ़ती संख्या का लाभ लेते हुए सभी निवेशकों को पर्यटन में निवेश के अवसर तलाशने चाहिए.