वायनाड (केरल), 1 मार्च : केरल पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के एक छात्र की हाल में हुई मौत के मामले में शुक्रवार को दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया. जिले के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस के अत्यधिक दबाव के कारण दोनों ने बृहस्पतिवार रात आत्मसमर्पण कर दिया था. उन्होंने बताया कि इनके अलावा एक अन्य आरोपी को कोल्लम जिले से पकड़ा गया था और वह फिलहाल हिरासत में है लेकिन उसकी गिरफ्तारी अभी दर्ज नहीं की गई है. पुलिस ने बताया कि ये तीनों इस मामले के 12 मुख्य आरोपियों में शामिल हैं. पशु चिकित्सा विज्ञान एवं पशुपालन स्नातक के द्वितीय वर्ष के सिद्धार्थन(20) की मौत के मामले में अब तक कुल नौ छात्रों को गिरफ्तार किया गया है. सिद्धार्थन का शव 18 फरवरी को छात्रावास के स्नानघर में लटका हुआ मिला था.
राज्य के खाद्य आपूर्ति मंत्री जी आर अनिल ने शुक्रवार को पीड़ित परिवार से मुलाकात की जिसके बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि सरकार इस मामले को बहुत गंभीरता से ले रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
मंत्री ने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच होगी और कॉलेज प्राधिकारियों सहित जो भी इसमें शामिल पाया जाएगा उसके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा, ‘‘यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है.’’ अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव के सी वेणुगोपाल और युवा कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष राहुल ममकूटथिल ने भी पीड़ित के परिवार से मुलाकात की. वेणुगोपाल ने पीड़ित से मुलाकात करने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह साफ तौर पर हत्या का मामला है.’’ उन्होंने सवाल किया कि कॉलेज प्राधिकारी ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या कर रहे हैं. यह भी पढ़ें : Himachal Political Crisis: कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य ने की बागियों से मुलाकात
वेणुगोपाल ने केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन पर‘ स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया’ (एसएफआई) को आपराधिक संगठन में बदलने का भी आरोप लगाया. केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने राज्य पुलिस प्रमुख को सिद्धार्थन की मौत की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने और मामले के आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने का आदेश दिया था. केरल पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के एक छात्र की हाल में हुई मौत की घटना ने राज्य की राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है. कांग्रेस ने सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की छात्र शाखा एसएफआई पर युवक की पीट-पीटकर हत्या करने का आरोप लगाया है.
पीड़ित के माता-पिता ने दावा किया है कि सिद्धार्थन के कुछ सहपाठियों ने उन्हें बताया कि एसएफआई के कुछ स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उसे पीट-पीटकर मार डाला. सिद्धार्थन के पिता ने दलील दी कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक, उनके बेटे के शरीर पर तीन दिन पहले के जख्म थे और पेट भी खाली था, जिससे पता चलता है कि उसे बेरहमी से पीटा गया और खाना भी नहीं दिया गया. सिद्धार्थन के पिता ने एक टीवी चैनल को बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक, उनके बेटे के शरीर पर कई चोटें थीं और पेट खाली था जिससे पता चलता है कि उसे दो-तीन दिन तक खाना नहीं खाने दिया गया.