प्रदर्शन आयोजित करने वाले समूहों में पेंजिया फाउंडेशन भी शामिल था जिसने अफगानिस्तान की महिलाओं के आर्थिक विकास के लिए 20 वर्ष तक विविध परियोजनाएं चलाईं और तालिबान के देश पर कब्जा कर लेने के बाद वहां से महिलाओं को निकालने के अभियानों में भी मदद दी. शनिवार को प्रदर्शन करने वाले पेंजिया फाउंडेशन के समर्थकों ने अपने हाथों पर ‘पी’ अक्षर बना रखा था. काबुल हवाईअड्डे पर अपनी पहचान के लिए अफगान महिलाएं भी इसी तरह अपने हाथों पर ‘पी’ बनाती थीं.
पेंजिया की उपाध्यक्ष सिमोना लांजोनी ने रोम में प्रदर्शन के दौरान कहा, ‘‘हमें दबाव बनाकर रखना होगा ताकि वहां (अफगानिस्तान में) महिलाएं न केवल शिक्षा के क्षेत्र में बल्कि राजनीति में भी शामिल हो सकें. यह भी पढ़ें : Cyclone Gulab: चक्रवाती तूफान ‘गुलाब’ के ओडिशा और आंध्र प्रदेश से आज टकराने की संभावना, भारी बारिश का अलर्ट
मानवीय बचाव का काम भी विशिष्ट तरीके से जारी रखना होगा जिनमें उन महिलाओं को प्राथमिकता दी जाए जो अगस्त में काबुल हवाईअड्डे पर नहीं आ सकीं थीं लेकिन आज जो अफगानिस्तान में जोखिम में हैं.’’