राजस्थान में गर्भवती महिलाओं की सुविधाओं के लिए जारी किए गए विशेष दिशा-निर्देश
जमात

जयपुर (राजस्थान), 29 अप्रैल राजस्थान में कोरोना वायरस वैश्विक महामारी संबंधी संकट के बीच गर्भवती महिलाओं के लिए अलग से दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं, ताकि उनके उपचार में किसी प्रकार की दिक्कत पेश नहीं आए।

अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य रोहित कुमार सिंह ने दिशा-निर्देशों की जानकारी देते हुए यह सुनिश्चित करने को कहा कि गर्भवती महिलाओं को जिले में उपलब्ध विशेषज्ञों की सेवाएं समय पर प्राप्त हों और स्वास्थ्य को जोखिम होने पर गर्भवती महिलाओं को समुचित संस्थान में रेफर किया जाए, ताकि उन्हें समय पर आपातकालीन सेवा प्राप्त हो सके।

उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण से प्रभाावित क्षेत्रों में रहने वाली जिन गर्भवती महिलाओं का प्रसव आगामी दो सप्ताह में होने की संभावना है, उन्हें एएनएम एवं आशा अलग से सूचीबद्ध करें और उनकी नजदीकी केंद्र में कोविड-19 संबंधी जांच की जाए, ताकि प्रसव के समय जांच रिपोर्ट के अनुसार सेवाएं दी जा सकें।

उन्होंने कहा कि सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों एवं उप जिला चिकित्सालयों में कोविड-19 से संक्रमित नहीं पाई गई गर्भवती महिलाओं को सामान्य प्रसव सेवाएं उपलब्ध कराई जानी चाहिए।

उन्होंने कहा कि जो चिकित्सालय कोविड-19 के मरीजों के उपचार के लिए चयनित किए गए हैं, वे संक्रमित पाई गई गर्भवती महिलाओं को प्रसव सेवाएं मुहैया कराएं।

दिशा-निर्देशों के अनुसार कोविड-19 से संक्रमित गर्भवती महिलाएं जयपुर एसएमएस मेडिकल कॉलेज के अधीन महिला चिकित्सालय, कोटा न्यू मेडिकल कॉलेज, बीकानेर की एमसीएच विंग, जिला अस्पताल के अधीन, उदयपुर में सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल मेडिकल कॉलेज, अजमेर में जनाना चिकित्सालय, भरतपुर में जिला अस्पताल, जोधपुर में एमडीएम अस्पताल चिकित्सालयों में आवश्यक प्रसव सेवाएं प्राप्त कर सकती हैं। इसके अलावा कोविड-19 के मरीजों के उपचार के लिए राज्य में जिलों के अधीन चिह्नित अस्पतालों में गर्भवती महिलाओं के लिए प्रसव सेवाएं उपलब्ध है।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, लेटेस्टली स्टाफ ने इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया है)