कौशांबी: केंद्रीय गृह मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह (Amit Shah) ने शुक्रवार को दावा किया कि प्रदेश में चार चरणों के विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) में सपा (SP) और बसपा (BSP) का सूपड़ा साफ हो गया है. उत्तर प्रदेश के सिराथू में शुक्रवार को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) के समर्थन में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि ‘'चार चरण के चुनाव समाप्त हो गये हैं और चार चरण में घूम कर आया हूं, सपा और बसपा का सूपड़ा साफ हो गया है, और तीन सौ से ज्यादा सीटों के साथ फिर से यहां पर भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने जा रही है.'' UP Elections 2022: सीएम योगी अदित्यनाथ का बड़ा बयान, कहा- भाजपा सरकार में चित्रकूट डकैत मुक्त जोन घोषित हुआ
सपा मुखिया को आड़े हाथों लेते हुये शाह ने कहा, ‘‘अखिलेश बाबू हैं, मेरी तरह ऐनक पहनते हैं, उनके भी दो ग्लास है लेकिन अखिलेश जी के चश्मे के एक ग्लास से सिर्फ एक ही जाति दिखाई पड़ती है जिसमें न मैं हूं और न आप हो.''
उन्होंने कहा कि अखिलेश के चश्मे के दूसरे ग्लास से सिर्फ एक धर्म दिखाई पड़ता है जिसमें न मैं हूं और न आप हो. उन्होंने भीड़ से पूछा कि आप उसमें दिखाई नहीं पड़ते तो विकास कैसे होगा. शाह ने दावा किया कि उप्र के दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों के कल्याण का यज्ञ अगर किसी ने चालू किया तो हमारे नेता नरेंद्र मोदी जी ने किया है.
उन्होंने कहा कि ये सामने जो सपा और बसपा है वह परिवारवादी, जातिवादी पार्टियां हैं, ये तुष्टिकरण करने वाले लोग हैं और इनके शासन के अंदर माफिया और बाहुबलियों का जमाना था. शाह ने अतीक अहमद, मुख्तार अंसारी और आजम खान का नाम लेकर पूछा कि ये कहां हैं और जवाब मिला कि जेल में, फिर शाह ने कहा कि अगर गलती से साइकिल की सवारी की तो ये जेल में नहीं रहेंगे.
उन्होंने कहा कि अगर इनको जेल में रखना चाहते हो तो कमल के निशान पर बटन दबाओ. उन्होंने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चुन चुन कर माफियाओं का सफाया करने का काम उप्र के अंदर किया है और दो हजार करोड़ रुपये की भूमि खाली कराकर गरीबों को आवास देने का काम भाजपा की सरकार ने किया है.
अपने संबोधन की शुरुआत में केशव प्रसाद मौर्य से आत्मीयता दर्शाते हुए शाह ने कहा कि ''मैं जानता कि सिराथू में इतनी बड़ी सभा होने वाली है तो मैं यहां आता ही नहीं क्योंकि यहां लगता है कि प्रचार करने की जरूरत नहीं है, जनता तय करके बैठी है कि केशव प्रसाद मौर्य को जिताना है, मगर मेरा आना निश्चित था भाई, 2013 से मेरा और केशव का भाई का रिश्ता है.''
उन्होंने केशव प्रसाद को दलितों, पिछड़ों और गरीबों को सबसे बड़ा हितैषी बताते हुए कहा कि अपना दल की अनुप्रिया पटेल और निषाद राज की पार्टी हमारे साथ है और मैं उप्र की राजनीति को अच्छी तरह जानता हूं. अपना दल, निषाद राज पार्टी और भारतीय जनता पार्टी इकट्ठा हो तो उसे कोई हरा नहीं सकता है, ये भाजपा ही है जो देश को सलामत रखती है.
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