मुंबई, 16 जनवरी घरेलू शेयर बाजार सोमवार को शुरुआती बढ़त को बरकरार नहीं रख पाये और बीएसई सेंसेक्स 168 अंक से अधिक की गिरावट के साथ बंद हुआ। विदेशी संस्थागत निवेशकों का बाजार से पूंजी निकालना जारी रहने के बीच धातु, तेल एवं गैस तथा वित्तीय शेयरों में बिकवाली से बाजार नुकसान में रहा।
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 168.21 अंक यानी 0.28 प्रतिशत की गिरावट के साथ 60,092.97 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स मजबूती के साथ खुला और एक समय 60,586.77 अंक तक गया। बाद में इसमें गिरावट आई और कारोबार के दौरान यह 297.35 अंक तक नीचे आ गया था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 61.75 अंक यानी 0.34 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,894.85 अंक पर बंद हुआ।
कोटक सिक्योरिटीज लि. के इक्विटी शोध प्रमुख (खुदरा) श्रीकांत चौहान ने कहा, ‘‘बाजार में नरमी का रुख बना हुआ है और यह गिरावट के साथ सीमित दायरे में रहा। वैश्विक स्तर पर वृहत आर्थिक स्थिति कमजोर बनी हुई है, एफआईआई की बिकवाली जारी है और बाजार धारणा प्रभावित हुई है। ऐसे में निवेशक सतर्क रुख अपना रहे हैं।’’
सेंसेक्स के शेयरों में एक्सिस बैंक सबसे ज्यादा 2.26 प्रतिशत नीचे आया। एनटीपीसी (1.16 प्रतिशत) और एचडीएफसी (1.03 प्रतिशत) भी नीचे आये। इसके अलवा, रिलायंस इंडस्ट्रीज, महिंद्रा एंड महिंद्रा और आईसीआईसीआई बैंक भी नुकसान में रहे।
एचडीएफसी बैंक का शुद्ध लाभ दिसंबर, 2022 तिमाही में 19.9 प्रतिशत बढ़ा। इसके बावजूद बैंक का शेयर करीब एक प्रतिशत नीचे आया है।
मारुति सुजुकी के 16 जनवरी से अपने विभिन्न मॉडल के दाम औसतन 1.6 प्रतिशत बढ़ाये जाने की खबर के बाद कंपनी शेयर नीचे आया।
दूसरी तरफ टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, इन्फोसिस, विप्रो, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और पावर ग्रिड प्रमुख रूप से लाभ में रहे।
रेलिगेयर ब्रोकिग लि. के तकनीकी शोध प्रमुख अजित मिश्रा ने कहा कि बाजार में बिकवाली दबाव बढ़ रहा है। अनुकूल रुख के बाद भी प्रतिभागियों में अनिश्चितता दिख रही है।
इस बीच, मुख्य रूप से खाद्य वस्तुओं खासकर सब्जी और तिलहन के दाम में नरमी से थोक मुद्रास्फीति दिसंबर में घटकर 22 महीने के निचले स्तर 4.95 प्रतिशत पर आ गई है।
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग लाभ में जबकि जापान का निक्की नुकसान में रहा।
यूरोप के प्रमुख बाजारों में मिला-जुला रुख रहा। अमेरिकी बाजार शुक्रवार को बढ़त में रहे थे।
अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.54 प्रतिशत की गिरावट के साथ 84.82 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को 2,422.39 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
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