मुंबई, छह दिसंबर ओमीक्रोन को लेकर चिंता के बीच चौतरफा बिकवाली से शेयर बाजारों में सोमवार को बड़ी गिरावट आयी और बीएसई सेंसेक्स 949 अंकों का गोता लगाकर 56,747.14 अंक पर बंद हुआ। यह लगातार दूसरा कारोबारी सत्र है, जब बाजार नीचे आया है।
कारोबारियों के अनुसार, डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर में गिरावट तथा विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली जारी रहने से भी बाजार पर प्रतिकूल असर पड़ा।
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 949.32 अंक यानी 1.65 प्रतिशत की गिरावट के साथ 56,747.14 अंक पर बंद हुआ।
इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 284.45 अंक यानी 1.65 प्रतिशत की गिरावट के साथ 16,912.25 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स में शामिल सभी शेयर नुकसान में रहें। इंडसइंड बैंक में सर्वाधक 3.75 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी। इसके अलावा बजाज फिनसर्व, भारती एयरटेल, टीसीएस, एचसीएल टेक, टीसीएस, टेक महिंद्रा और इन्फोसिस में भी प्रमुख रूप से गिरावट रही।
बाजार में सोमवार को आयी गिरावट से निवेशकों को 4.29 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। बीएसई में सूचीबद्ध सभी कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 2,56,72,771.67 करोड़ रुपये पर आ गया।
देश में रविवार को कोरोना वायरस के नये स्वरूप ओमीक्रोन के 17 और मामले आये। राजस्थान की राजधानी जयपुर में नौ, महाराष्ट्र के पुणे जिले में सात और तंजानिया से दिल्ली पहुंचे एक व्यक्ति संक्रमित पाया गया है। इससे ओमीक्रोन संक्रमितों की संख्या 21 पर पहुंच गयी है।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘रिजर्व बैंक की बुधवार को पेश की जाने वाली मौद्रिक नीति समीक्षा से पहले ओमीक्रोन को लेकर चिंता का असर घरेलू निवेशकों पर पड़ा। कोरोना वायरस के नये स्वरूप को लेकर गतिविधियां तथा रिजर्व बैंक और अमेरिकी फेडरल रिजर्व के निर्णय से घरेलू बाजार में अल्पकाल में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘बाजार को उम्मीद है कि आरबीआई अल्पकालीन अनिश्चितताओं को देखते हुए उदार रुख को बनाये रखेगा। हालांकि, 2022 की पहली छमाही में बदलाव हो सकता है...।’’
भारतीय रिजर्व बैंक की तीन दिन की द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा बैठक सोमवार को शुरू हुई। माना जा रहा है कि वायरस के नए स्वरूप की वजह से पैदा हुई अनिश्चितता के चलते केंद्रीय बैंक नीतिगत दर के मोर्चे पर यथास्थिति कायम रखेगा।
एशिया के अन्य बाजारों में चीन में शंघाई कंपोजिट, हांगकांग का हैंगसेंग और जापान का निक्की नुकसान में रहे, जबकि दक्षिण कोरिया के कॉस्पी में तेजी रही।
यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर कारोबार के दौरान तेजी का रुख रहा।
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 2.23 प्रतिशत की बढ़त के साथ 71.44 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर 28 पैसे टूटकर 75.40 पर आ गयी।
शेयर बाजार के आंकड़े के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल बने हुए हैं और उन्होंने शुक्रवार को 3,356.17 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
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