मुंबई, एक सितंबर अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में शुक्रवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया आठ पैसे सुधरकर 82.62 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। मुख्य रूप से विदेशी पूंजी प्रवाह बढ़ने और जून तिमाही का जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) आंकड़ा बेहतर रहने से रुपये को समर्थन मिला।
रुपये को शेयर बाजारों में सकारात्मक कारोबारी धारणा से भी समर्थन मिला। लेकिन डॉलर में मजबूती और कच्चे तेल के दाम बढ़ने से तेजी पर अंकुश लगा।
शुक्रवार को जारी एक सर्वेक्षण के अनुसार, भारत में विनिर्माण गतिविधियों में अगस्त में तेजी आई क्योंकि नए ऑर्डर और उत्पादन लगभग तीन साल में सबसे तेज दर से बढ़े।
मौसमी रूप से समायोजित एसएंडपी ग्लोबल इंडिया मैन्युफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) जुलाई के 57.7 से बढ़कर अगस्त में 58.6 हो गया।
बृहस्पतिवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार देश की जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि दर वित्त वर्ष 2023-24 की अप्रैल-जून तिमाही में 7.8 प्रतिशत रही। यह पिछली चार तिमाहियों में सबसे अधिक है। इसके साथ भारत ने दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था के रूप में अपनी स्थिति बरकरार रखा है।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 82.58 पर खुला। दिन में कारोबार के दौरान यह 82.76 के निचले स्तर को छूने के बाद अंत में अपने पिछले बंद भाव के मुकाबले आठ पैसे मजबूत होकर 82.62 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.59 प्रतिशत चढ़कर 104.23 रह गया।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 1.08 प्रतिशत बढ़कर 87.77 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा।
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक 555.75 अंक की तेजी के साथ 65,387.16 अंक पर बंद हुआ।
विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे और उन्होंने शुक्रवार को 487.94 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।
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