नयी दिल्ली, 20 सितंबर अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले अपने सर्वकालिक निम्न स्तर से उबरता हुआ कारोबार के अंत में 21 पैसे की तेजी के साथ 83.11 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और अमेरिकी फेडरल रिजर्व के नीतिगत फैसले से पहले डॉलर के कमजोर होने से रुपये को मजबूती मिली।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि मुद्रा बाजार में अस्थिरता को रोकने के लिए केंद्रीय बैंक के ‘हस्तक्षेप’ से भी घरेलू मुद्रा को मदद मिली।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपये में चार सत्रों से जारी गिरावट थम गई और डॉलर के मुकाबले रुपया 83.22 पर मजबूत खुला। कारोबार के दौरान रुपये में 83.27-83.06 के दायरे में घट बढ़ हुई।
कारोबार के अंत में रुपया डॉलर के मुकाबले 83.11 प्रति डॉलर पर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव से 21 पैसे मजबूत है।
रुपया सोमवार को डॉलर के मुकाबले अपने सर्वकालिक निचले स्तर 83.32 पर बंद हुआ था। मंगलवार को ‘गणेश चतुर्थी’ के अवसर पर मुद्रा बाजार बंद थे।
एलकेपी सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष (शोध विश्लेषक) जतीन त्रिवेदी ने कहा, ‘‘कच्चे तेल की कीमतों में हाल की वृद्धि ने मुद्रास्फीति को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं और अमेरिकी फेडरल रिजर्व के नीतिगत बयान में इन चिंताओं का समाधान किए जाने की संभावना है।’’
उन्होंने अनुमान जताया कि आने वाले दिनों में डॉलर के मुकाबले रुपया 82.75-83.35 के दायरे में रहेगा।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.14 प्रतिशत बढ़कर 104.68 पर पहुंच गया।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 1.19 प्रतिशत गिरकर 93.19 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था।
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक 796 अंक घटकर 66,800.84 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक, (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे उन्होंने बुधवार को शुद्ध रूप से 3,110.69 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
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