मुंबई, 14 दिसंबर अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में वृद्धि किये जाने की आशंका समाप्त होने के संकेतों के बाद विदेशी बाजारों में डॉलर के कमजोर होने के बीच बृहस्पतिवार को रुपया अपने सर्वकालिक निचले स्तर से उबरता हुआ अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 10 पैसे मजबूत होकर 83.30 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
विदेशी कोषों का प्रवाह बढ़ने के कारण घरेलू शेयर बाजार में शानदार तेजी ने भी रुपये की धारणा को मजबूत किया।
हालांकि, बाजार सूत्रों ने कहा कि सरकारी बैंकों द्वारा डॉलर की खरीद और कच्चे तेल कीमतों में बढ़ोतरी ने रुपये की बढ़त को सीमित कर दिया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अपने पिछले सर्वकालिक निचले बंद स्तर 83.40 प्रति डॉलर के मुकाबले आज 83.30 पर मजबूत खुला और दिन के कारोबार में 83.35-83.27 के सीमित दायरे रहा।
रुपया अंत में पिछले बंद भाव के मुकाबले 10 पैसे की तेजी के साथ 83.30 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.32 प्रतिशत घटकर 102.54 रह गया।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने बुधवार को लगातार तीसरी बार अपनी प्रमुख ब्याज दर अपरिवर्तित रखी। अधिकारियों ने यह भी संकेत दिया कि वे अगले साल अपनी बेंचमार्क दर में तीन-चौथाई अंक की कटौती करने की उम्मीद करते हैं।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 2.11 प्रतिशत बढ़कर 75.83 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर पहुंच गया।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 929.60 अंक की तेजी के साथ 70,514.20 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे। उन्होंने बृहस्पतिवार को 3,570.07 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
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