नयी दिल्ली, छह सितंबर अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया नौ पैसे की गिरावट के साथ 83.13 प्रति डॉलर के अपने सर्वकालिक निचले स्तर पर बंद हुआ। कच्चे तेल की कीमतों में उछाल और अमेरिकी मुद्रा में मजबूती से रुपये की धारणा प्रभावित हुई।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि डॉलर के छह महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंचने से बुधवार को भारतीय रुपये में गिरावट आई। इसके अलावा कच्चे तेल की ऊंची कीमतों का भी रुपये पर असर पड़ा।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.08 पर खुला और दिन के कारोबार के दौरान यह 83.02 से 83.18 के दायरे में घूमने के बाद अंत में अपने पिछले बंद भाव से नौ पैसे टूटकर 83.13 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
रुपया इससे पहले इसी साल 21 अगस्त को 83.13 प्रति डॉलर के सर्वकालिक निचले स्तर पर पहुंचा था।
रुपया मंगलवार को डॉलर के मुकाबले 33 पैसे की गिरावट के साथ 83.04 पर बंद हुआ था।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.13 प्रतिशत बढ़कर 104.95 हो गया।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.67 प्रतिशत की गिरावट के साथ 89.44 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर कारोबार कर रहा था।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के फॉरेक्स और सर्राफा विश्लेषक गौरांग सोमैया के अनुसार, घरेलू शेयर बाजार से डॉलर की निकासी और प्रमुख प्रतिद्वंद्वियों मुद्राओं के मुकाबले डॉलर में मजबूती के बाद लगातार तीसरे सत्र में रुपया दबाव में रहा।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 100.26 अंक की तेजी के साथ 65,880.52 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक, पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने बुधवार को 3,245.86 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
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