जयपुर, 29 सितंबर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को दावा किया कि उनके नेतृत्व वाली प्रदेश सरकार शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में निरंतर अहम निर्णय ले रही है, जिसकी वजह से राज्य ने इन दोनों क्षेत्रों में क्रांतिकारी आयाम स्थापित किए हैं।
गहलोत बिरला सभागार में आयोजित राजस्थान नर्सिंग परिषद के द्वितीय राष्ट्रीय सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार संवेदनशीलता के साथ पीड़ित मानवता की सेवा में लगी हुई है और मेडिकल सुविधाओं और अवसंरचना का निरन्तर विस्तार कर रही है।
गहलोत ने कहा कि प्रदेश के प्रत्येक जिले में सरकारी मेडिकल कॉलेज और नर्सिंग कॉलेज एवं हर संभाग में पब्लिक हेल्थ कॉलेज खोले जा रहे हैं। इन सभी फैसलों से राज्य को देश में अग्रणी बनाने के मिशन-2030 का मार्ग प्रशस्त हुआ है।
सरकारी बयान के अनुसार मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य हुए हैं।
वहीं, एक अन्य कार्यक्रम में गहलोत ने राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर उतारने में कार्मिकों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया।
उन्होंने शासन सचिवालय के आधुनिकीकरण एवं उन्नयन के अंतर्गत नॉर्थ ब्लॉक के निर्माण कार्य का शिलान्यास तथा राजस्थान सचिवालय कर्मचारी संघ के शपथ ग्रहण समारोह को संबोधित किया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की योजनाएं आज देशभर में चर्चा का विषय हैं। इन्हें धरातल पर उतारने में राजकीय कार्मिकों की अहम भूमिका रही है।
उन्होंने कहा कि संवेदनशील, पारदर्शी एवं जवाबदेह सुशासन सुनिश्चित करने तथा आखिरी व्यक्ति तक जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने में कार्मिकों का महत्वपूर्ण योगदान है।
मुख्यमंत्री ने कार्मिकों से मिशन-2030 के तहत हर क्षेत्र में राजस्थान को अग्रणी बनाने के लक्ष्य को पूरा करने में सक्रिय भागीदारी निभाने का आह्वान किया।
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