वाशिंगटन,15 सितंबर : अमेरिका (America) के एक शीर्ष सांसद ने कहा कि पाकिस्तान की तालिबान को मजबूत करने में भूमिका, पाकिस्तान सरकार में शामिल कट्टरपंथियों की जीत है. सांसद ने यह भी कहा कि अफगानिस्तान में जो हालात पैदा हो रहे हैं और पाकिस्तान वहां जो भूमिका निभा रहा है, वह भारत के लिए अच्छा संदेश नहीं है. रिपब्लिकन पार्टी से सांसद मार्को रुबियो ने अफगानिस्तान पर कांग्रेस की सुनवाई के दौरान कहा कि अमेरिका के कई प्रशासन तालिबान को फिर से संगठित होने में पाकिस्तान की भूमिका को अनदेखा करने के दोषी हैं. वहीं अन्य अमेरिकी सांसदों ने पाकिस्तान के ‘‘दोहरे व्यवहार’’ पर चिंता व्यक्त की.
उन्होंने कहा,‘‘ भारत....मुझे मालुम है कि आज एक घोषणा वहां हुई है कि क्वाड की एक बैठक अति शीघ्र होगी, जो कि एक अच्छा कदम है.......’’ सांसद ने विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन से कहा, ‘‘ मेरा मानना है कि अमेरिका के कई प्रशासन तालिबान को फिर से संगठित होने में मदद करने में पाकिस्तान की भूमिका को अनदेखा करने के दोषी हैं. पाकिस्तान की तालिबान को मजबूत करने में भूमिका, पाकिस्तान सरकार में शामिल तालिबान समर्थक कट्टरपंथियों की जीत है.’’ वहीं, सांसद माइक राउंड्स ने कहा कि पाकिस्तान तालिबान सरकार को भारत से निपटने के लिए एक साझेदार के तौर पर देख रहा है. यह भी पढ़ें : Pakistan: पाकिस्तान पुलिस ने नाबालिगों के यौन शोषण मामले में चार संदिग्धों को किया गिरफ्तार
वहीं, ईरान के राष्ट्रपति ने भी खुले आम इसे अमेरिकी सेना की हार करार दिया है और वह तालिबान के साथ मिल कर काम करने पर विचार कर रहे हैं. संसद की विदेश संबंधों की समिति के अध्यक्ष सांसद रॉबर्ट मेनेंडेज़ ने ‘‘पाकिस्तान के दोहरे व्यवहार ’’ और ‘‘ तालिबान को सुरक्षित पनाहगाह मुहैया कराने’’ के संबंध में बात की. सांसद जेम्स रिच ने ब्लिंकन से कहा कि अमेरिका को इस पूरे मामले में पाकिस्तान की भूमिका को समझना चाहिए.