नयी दिल्ली, पांच जनवरी राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने धन और आपत्तिजनक सामग्री की बरामदगी से जुड़े नक्सलवाद के मामले के सिलसिले में झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के नौ स्थानों पर छापेमारी की। रविवार को एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई।
बयान में कहा गया कि शनिवार को नौ स्थानों पर प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन भाकपा (माओवादी) से जुड़े संदिग्धों और ‘ओवर ग्राउंड वर्कर’ (ओजीडब्ल्यू) के कई परिसर पर ली गई तलाशी के दौरान एनआईए ने मोबाइल फोन, मेमोरी कार्ड, सिम कार्ड और अन्य वस्तुएं बरामद कीं।
यह मामला 10,50,000 रुपये की नकदी, एक वॉकी-टॉकी, एक सैमसंग टैबलेट, एक पावर बैंक, एक रेडियो सेट, एक लेवी वसूली रसीद, एक पुल थ्रू, जिलेटिन की छड़ों की बरामदगी और जब्ती से जुड़ा है।
एनआईए द्वारा जारी बयान में कहा गया कि भाकपा (माओवादी) के सदस्य मिसिर बेसरा का एक ‘नेक बैंड’, टाइटन चश्मा और अन्य वस्तुएं मिली हैं।
बयान में कहा गया कि ये सामग्रियां हुसिपी और राजभासा गांवों के बीच स्थित वन क्षेत्रों में दबी हुई मिलीं, जिन्हें राजेश देवगम नामक एक आरोपी के खुलासे के बाद बरामद किया।
मामला मूल रूप से मार्च 2024 में झारखंड के चाईबासा जिले के टोंटो पुलिस थाने में पांच आरोपियों के खिलाफ दर्ज किया गया था, और बाद में जुलाई में एनआईए ने इसकी जांच शुरू की थी।
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