नागपुर, सात सितंबर महाराष्ट्र के नागपुर स्थित पेंच बाघ अभयारण्य में लुप्तप्राय गिद्धों के संरक्षण के लिए शनिवार को एक कार्यक्रम की शुरुआत की गई।
इसके तहत ग्रामीण इन लुप्तप्राय पक्षियों के लिए भोजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के वास्ते पशुओं के शवों को निर्धारित स्थानों पर ही रखेंगे।
एक अधिकारी ने बताया कि कार्यक्रम का नाम ‘जटायु ग्राम मित्र’ है।
पेंच टाइगर रिजर्व (पीटीआर) के उप निदेशक प्रभुनाथ शुक्ला ने एक विज्ञप्ति में कहा, ‘‘पेंच टाइगर रिजर्व, मुंबई के बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी (बीएनएचएस) के सहयोग से गंभीर रूप से लुप्तप्राय गिद्ध प्रजातियों के संरक्षण और पुनरुद्धार की दिशा में काम कर रहा है।’’
कार्यक्रम के तहत गिद्धों की रक्षा के लिए ‘डंपिंग स्थान’ की परंपरा को पुनर्जीवित किया जाएगा।
इस पहल के तहत गांव के बाहर घने जंगल वाले इलाकों में विशेष ‘डंपिंग साइट्स’ निर्धारित की जाएंगी, जहां गिद्धों के लिए भोजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के वास्ते मृत जानवरों को रखा जा सके।
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