भोपाल, 27 अगस्त : मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोमवार को कहा कि राज्य का गौरवशाली इतिहास है क्योंकि भगवान राम ने राज्य में 11 वर्ष बिताए थे, जबकि भगवान कृष्ण ने उज्जैन के आचार्य संदीपनी आश्रम में शिक्षा प्राप्त की थी. यादव ने अपने सरकारी आवास पर आयोजित जन्माष्टमी कार्यक्रम में कहा कि इन्हीं कारणों से राज्य सरकार ने दोनों पूज्य देवताओं से जुड़े स्थानों को विकसित करने का निर्णय लिया है.
उन्होंने कहा, “मध्यप्रदेश का गौरवशाली इतिहास है, क्योंकि भगवान राम ने यहां 11 वर्ष बिताए थे, जबकि भगवान कृष्ण ने उज्जैन के आचार्य संदीपनी आश्रम में शिक्षा प्राप्त की थी. उनकी यादों को चिरस्थायी बनाने के लिए राज्य सरकार उनसे जुड़े स्थानों का विकास करेगी. हम भगवान कृष्ण की शैक्षणिक गतिविधियों से जुड़े शोध को भी बढ़ावा देंगे.”यह भी पढ़ें : Andhra Pradesh Road Accident: आंध्र प्रदेश के कडप्पा में भीषण सड़क हादसा, कंटेनर और कार की टक्कर में 5 लोगों की मौत
यादव ने कहा कि भगवान कृष्ण और सुदामा की मित्रता बहुत प्रेरणादायक है और यह ऐतिहासिक है कि शिक्षा के लिए राज्य में आने के बाद कृष्ण ‘जगत गुरु’ के रूप में स्थापित हुए. इस अवसर पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भगवान कृष्ण से संबंधित अध्ययन को बढ़ावा देने के लिए राज्य के विभिन्न शहरी क्षेत्रों में 'गीता भवन' स्थापित करने के कदम की सराहना की.