नयी दिल्ली, सात दिसंबर दक्षिणी दिल्ली के गोविंदपुरी इलाके में एक साझा शौचालय में फ्लश न चलाने को लेकर पड़ोसियों से हुये झगड़े में कबाड़ का काम करने वाले 18 वर्षीय एक युवक की चाकू गोद कर हत्या कर दी गयी। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि गंभीर रूप से घायल सुधीर (18) को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसके सीने, सिर और चेहरे पर चाकू से कई वार किए गए थे। उसने बताया यह वार रसोईघर में इस्तेमाल होने वाले चाकू से किए गए थे।
पुलिस ने बताया कि उपचार के दौरान अस्पताल में उसकी मौत हो गई।
घटना में घायल उसके भाई प्रेम (22) का उपचार जारी है जबकि उसके दोस्त सागर को छुट्टी दे दी गई है।
पुलिस ने बताया कि गोविंदपुरी की गली नंबर छह में एक इमारत की पहली मंजिल पर रहने वाले एक परिवार और दोनों भाइयों के बीच शुक्रवार देर रात झगड़ा हुआ।
पुलिस के अनुसार, भीकम सिंह, उनकी पत्नी मीना और उनके तीन बेटे संजय (20), राहुल (18) और एक नाबालिग लड़के ने तीनों युवकों पर तब हमला कर दिया, जब सुधीर ने शौचालय में फ्लश न चलाने पर आपत्ति जताई।
पुलिस ने एक बयान में कहा, ‘‘दोनों पक्ष इमारत की पहली मंजिल पर किराएदार थे और उनका शौचालय एक ही था। झगड़ा तब शुरू हुआ, जब भीकम के सबसे छोटे बेटे ने साझा शौचालय का इस्तेमाल किया और फ्लश नहीं किया।’’
उसने बताया कि हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है और भीकम और उसके परिवार को जांच के लिए हिरासत में लिया गया है।
पड़ोसी सागर मलिक ने ‘पीटीआई-वीडियो’ को बताया कि पीड़ितों को रॉड और चाकुओं से पीटा गया।
मलिक ने कहा, ‘‘भीकम के परिवार ने पुलिस को फोन करके बताया कि उनकी मां पर हमला हुआ है।’’
उसी इमारत में रह रहे सुधीर के चचेरे भाई संजीव सक्सेना ने बताया कि घटना शुक्रवार रात करीब 11.30 बजे हुई। सुधीर उत्तर प्रदेश के मैनपुरी का मूल निवासी था और अपने भाई के साथ 3000 रुपये मासिक के किराये के कमरे में रहता था। सुधीर का भाई ई-रिक्शा चलाता है।
भीकम सिंह इमारत की निर्माण में इस्तेमाल सामग्री की दुकान पर काम करता है और करीब 45 दिन पहले ही इस इमारत में सपरिवार रहने आया था।
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