बेलगावी (कर्नाटक), 26 दिसंबर कांग्रेस की शीर्ष नीति निर्धारण इकाई कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बृहस्पतिवार को यहां हुई बैठक में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी तथा उनके आदर्शों का स्मरण करने के साथ ही गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बाबासाहेब आंबेडकर का कथित तौर पर अपमान किए जाने और कुछ अन्य मुद्दों पर चर्चा की गई।
पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अगुवाई में विस्तारित कार्य समिति की बैठक उसी स्थान पर हुई है जहां 1924 के कांग्रेस अधिवेशन में महात्मा गांधी को पार्टी अध्यक्ष चुना गया था।
कांग्रेस ने उस ऐतिहासिक दिन के 100 वर्ष पूरे होने के अवसर पर कार्य समिति की बैठक का आयोजन किया।
उसने कार्य समिति की बैठक को ‘नव सत्याग्रह बैठक’ नाम दिया है।
खरगे ने ध्वजारोहण किया और इसके बाद बैठक की शुरुआत हुई। बैठक से पहले खरगे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और पार्टी के कई नेताओं ने महात्मा गांधी की तस्वीर लेकर बैठक स्थल तक मार्च किया।
बैठक से पूर्व कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि विस्तारित कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रम और संविधान और इसके निर्माता बी आर आंबेडकर पर भाजपा के कथित हमले पर चर्चा होगी।
उनका यह भी कहना था कि देश के सामने खड़े कई मुद्दों पर विचार-विमर्श करने के बाद कांग्रेस उनके समाधान और संविधान पर भाजपा के कथित हमले का मुकाबला करने के लिए स्पष्ट विचारों के साथ सामने आएगी।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि उनका दल उस विरासत को संरक्षित करने के लिए खुद को फिर से समर्पित करेगा जिस पर मौजूदा समय में हमला किया जा है।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, "महात्मा गांधी ने 100 साल पहले, तब के बेलगाम और आज के बेलगावी में, 26 दिसंबर 1924 को कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में पदभार संभाला था। वह एक ऐतिहासिक सत्र था। आज उसी स्थान पर विस्तारित कार्यसमिति अपनी नव सत्याग्रह बैठक कर रही है।"
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ख़ुद को महात्मा गांधी की उस विरासत को संरक्षित करने, उसकी रक्षा करने और उसे बढ़ावा देने के लिए फिर से समर्पित करेगी, जिस पर उस विचारधारा द्वारा सुनियोजित ढंग से हमला किया जा रहा है, जिसने उनका हमेशा विरोध किया और जिसने संविधान को अपनाए जाने पर उस पर हमला किया था।
कांग्रेस कार्य समिति की बैठक से पहले कांग्रेस द्वारा लगाए गए पोस्टर पर भारत के मानचित्र को कथित रूप से गलत तरीके से प्रदर्शित करने को लेकर विवाद भी खड़ा हो गया।
भाजपा ने इसे कांग्रेस की ‘‘वोट बैंक’’ की राजनीति करार दिया है।
भाजपा का कहना है कि पोस्टर पर प्रदर्शित भारत के मानचित्र में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के गिलगित क्षेत्र के साथ-साथ वर्तमान में चीनी प्रशासन के अधीन अक्साई चीन क्षेत्र को भी शामिल नहीं किया गया है, जो जम्मू और कश्मीर के अभिन्न अंग हैं।
कांग्रेस महासचिव और पार्टी के कर्नाटक प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने भाजपा पर पलटवार किया और आरोप लगाया कि भाजपा महात्मा गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के 100 साल पूरे होने के अवसर पर बेलगावी में हो रहे कार्यक्रमों से बुरी तरह घबरा गई है।
उन्होंने यहां कांग्रेस कार्य समिति की बैठक से पहले यह दावा भी किया कि भाजपा ‘‘आधुनिक समय की ईस्ट इंडिया कंपनी’’ है जो गांधीवादी विचारधारा के प्रसार से परेशान हो जाती है।
कांग्रेस 27 दिसंबर को बेलगावी में ‘‘जय बापू, जय भीम, जय संविधान" रैली का आयोजन करेगी।
गृह मंत्री अमित शाह की बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर से संबंधित टिप्पणी को लेकर उठे विवाद की पृष्ठभूमि में इस रैली का नाम ‘‘जय बापू, जय भीम, जय संविधान’’ रखा गया है।
कांग्रेस ने शाह की टिप्पणी के खिलाफ वर्तमान में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया है। वह इस सप्ताह को ‘‘आंबेडकर सम्मान सप्ताह’’ के रूप में मना रही है।
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