देश की खबरें | हिमाचल प्रदेश में कर्मचारियों के लिए जल शक्ति गौरव पुरस्कार शुरू किया जाएगा: उपमुख्यमंत्री

ऊना (हिमाचल प्रदेश), 10 जनवरी हिमाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने राज्य में जल शक्ति विभाग द्वारा किए जा रहे उत्कृष्ट कार्यों के लिए विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों को सम्मानित करने के मकसद से शुक्रवार को जल शक्ति गौरव पुरस्कार शुरू करने की घोषणा की।

उपमुख्यमंत्री ने ऊना जिला के हरोली उपमंडल के कांगड़ मैदान में आयोजित राज्य स्तरीय जल जागरूकता समारोह में कहा कि यह पुरस्कार हर वर्ष उन कार्मिकों को दिया जाएगा जो उत्कृष्ट एवं समर्पण भाव से कार्य करते हुए हर घर और खेत तक पानी पहुंचाने के लक्ष्य को साकार कर रहे हैं।

जल शक्ति विभाग का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे अग्निहोत्री ने बताया कि कठिन परिस्थितियों में भी अपनी जिम्मेदारी का ईमानदारी से निर्वहन करने वाले कर्मचारियों एवं अधिकारियों को ये पहल प्रोत्साहित करेगी।

अग्निहोत्री ने कहा कि अधिकारियों को विभागीय निविदा प्रक्रिया में पारदर्शिता अपनाने के लिए निर्देश दिए गए हैं और अच्छा काम करने वालों को सम्मानित किया जाएगा, जबकि भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों को सख्त सजा दी जाएगी।

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार राजनीतिक इच्छाशक्ति के साथ काम कर रही है और गलत काम करने वालों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि यह उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति ही थी कि उन्होंने ठियोग मामले में तुरंत 10 अधिकारियों को निलंबित किया, ठेकेदारों को ‘ब्लेक लिस्ट’ किया और जांच प्रक्रिया शुरू की।

क्षेत्र में सूखे की स्थिति के कारण पिछले वर्ष फरवरी से जून तक शिमला जिले के ठियोग उपमंडल में पानी के टैंकरों के माध्यम से पेयजल आपूर्ति का ठेका दिया गया था और आरोप थे कि कुछ क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति नहीं की गई, लेकिन भुगतान कर दिया गया।

ठियोग के पूर्व विधायक एवं माकपा नेता राकेश सिंह ने टैंकरों के माध्यम से पेयजल आपूर्ति में 1.13 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाया था और विभाग की प्रारंभिक जांच में आरोप सही पाए गए थे। इसके बाद 10 अधिकारियों को निलंबित कर मामला सतर्कता विभाग को भेज दिया गया था।

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