यह सुनिश्चित किया जाये कि कोई भी प्रवासी श्रमिक पैदल अथवा बाइक से यात्रा न कर पाये: योगी आदित्यनाथ
योगी आदित्यनाथ (Photo Credits: PTI)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने सभी जिलाधिकारियों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों और पुलिस अधीक्षकों को ट्रक आदि असुरक्षित वाहनों से सवारी ढोने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये है कि वे यह सुनिश्चित करें कि कोई भी प्रवासी कामगार/श्रमिक पैदल अथवा बाइक से यात्रा न करने पाए. उन्होंने कहा कि इसके लिए प्रत्येक जनपद के हर थाना क्षेत्र में एक टीम गठित करते हुए पैदल अथवा बाइक से यात्रा करने वाले प्रवासी कामगारों और श्रमिकों को रोका जाए. उन्होंने ट्रक आदि असुरक्षित वाहनों से सवारी ढोने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने के निर्देश भी दिए हैं.

योगी ने कहा कि राजस्थान में टिड्डी दल आगमन के मद्देनजर राजस्थान की सीमा से लगे प्रदेश के इलाकों में निगरानी और सतर्कता बरती जाए. टिड्डी नियंत्रण गतिविधियों के क्रियान्वयन के लिए कार्य योजना बनाने का कार्य भी प्रारम्भ किया जाए. मुख्यमंत्री शुक्रवार को यहां लोक भवन में लॉकडाउन व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे. उन्होंने कहा, ‘‘राज्य सरकार श्रमिकों के प्रति पूरी तरह संवेदनशील है. प्रवासी श्रमिकों को सुरक्षित उनके घर पहुंचाने के लिए राज्य सरकार व्यवस्था कर रही है. सभी अधिकारी और कर्मचारी प्रवासी कामगारों/श्रमिकों के प्रति सहानुभूतिपूर्ण रवैया अपनाते हुए इनकी हर सम्भव मदद करें.’’ यह भी पढ़ें: उत्तर प्रदेश आने वाले प्रवासियों से अब ट्रेन का कोई किराया नहीं लिया जाएगा: CM योगी आदित्यनाथ

उन्होंने कहा, ‘‘प्रदेश की सीमा में प्रवेश करते ही प्रवासी श्रमिकों को सबसे पहले पेयजल एवं भोजन उपलब्ध कराया जाए. उसके बाद उनकी जांच करके उनके गंतव्य तक सुरक्षित और सम्मानजनक ढंग से पहुंचाया जाए. प्रवासी श्रमिकों को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराना जिला प्रशासन की जिम्मेदारी होगी. इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.’’ योगी ने कहा कि सम्बन्धित राज्यों के पुलिस महानिदेशक से संवाद करते हुए उनसे अनुरोध किया जाए कि प्रवासी कामगारों/श्रमिकों को ट्रक से न भेजा जाए, बल्कि बस अथवा रेल जैसे सुरक्षित साधनों का उपयोग किया जाए.

उन्होंने कहा कि विभिन्न राज्यों से ट्रेन के माध्यम से आने वाले प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह जनपद तक पहुंचाने के लिए आवश्यकतानुसार बसों की व्यवस्था की जाए. उन्होंने कहा, ‘‘सम्बन्धित जिलाधिकारी रेलवे स्टेशन पर पर्याप्त संख्या में बसों की उपलब्धता सुनिश्चित कराते हुए वहां एक टीम की सतत तैनाती की व्यवस्था भी करें. राज्य सड़क परिवहन निगम की बसें उपलब्ध न होने की स्थिति में निजी बस अथवा स्कूली बस आदि भी प्रयुक्त की जाएं. बसों के चालक, परिचालक, सुरक्षाकर्मी आदि के लिए मास्क और सेनिटाइजर की अनिवार्य रूप से व्यवस्था की जाए.’’ यह भी पढ़ें: कोरोना संकट: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने दिया निर्देश-फेस मास्क नहीं लगाने पर लगेगा जुर्माना

मुख्यमंत्री ने कहा कि बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिकों के आगमन को देखते हुए पृथक केन्द्र तथा सामुदायिक रसोई की व्यवस्था को और सुदृढ़ किया जाए. उन्होंने निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित किया जाए कि पृथक केन्द्र में किसी भी स्थिति में मांस अथवा मादक द्रव्यों का प्रयोग न होने पाए.

योगी ने कहा कि पुलिस गश्त बढ़ायी जाए और लॉकडाउन को सख्ती से लागू किया जाए. उन्होंने कहा, ‘‘नोएडा-ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में उद्योगों के पुनः संचालन की दृष्टि से इन इलाकों में श्रमिकों की उपलब्धता का आकलन किया जाए. महिला स्वयं सहायता समूहों को मास्क निर्माण के साथ-साथ विक्रय के लिए भी प्रोत्साहित किया जाए. ठेले आदि के माध्यम से मास्क की बिक्री की व्यवस्था की जाए.’’