Ind vs Eng Women Test Series 2023: नवी मुंबई, 14 दिसंबर पर्दापण कर रही शुभा सतीश (69) और जेमिमा रोड्रिग्स (68) के शानदार अर्धशतकों से भारतीय महिला टीम ने बल्ले से आक्रामक प्रदर्शन करते हुए गुरुवार को यहां इंग्लैंड के खिलाफ एकमात्र महिला टेस्ट के पहले दिन स्टंप तक सात विकेट पर 410 रन का विशाल स्कोर बना लिया. करीब दो साल में पहला टेस्ट और अपनी सरजमीं पर नौ साल में लाल गेंद का अपना पहला मैच खेल रही भारतीय टीम ने डीवाई पाटिल स्टेडियम की बल्लेबाजी के मुफीद पिच पर दमदार खेल दिखाया और प्रति ओवर लगभग पांच रन जोड़े. यह भी पढ़ें: भारतीय टीम ने टॉस जीता के बल्लेबाजी करने का लिया फैसला, इन तीन खिलाडियों ने किया डेब्यू
चौबीस साल की शुभा ने शानदार फुटवर्क के साथ गेंदबाजों की लाइन एवं लेंथ को अच्छी तरह पढ़ते हुए 76 गेंद में 13 चौकों से 69 रन की पारी खेली. उन्होंने करीब 91 के स्ट्राइक रेट से रन जुटाये.
इस तरह शुभा पदार्पण में अर्धशतक जड़ने वाली भारत की 12वीं बल्लेबाज बन गयीं. लेकिन वह अपनी पारी को सैकड़े तक नहीं ले जा सकीं जिससे वह देश के लिए पदार्पण में शतक जड़ने वाली पहली महिला क्रिकेटर बन सकती थीं. सोफी एक्लेस्टोन (85 रन देकर एक विकेट) ने उन्हें नैट साइवर ब्रंट के हाथों कैच आउट कराया.
जेमिमा ने भी अपने अनुभव के दम पर 99 गेंद की पारी के दौरान 11 चौके जमाये। यह युवा बल्लेबाज भी अच्छी लय में थी लेकिन लॉरेन बेल (64 रन देकर दो विकेट) की गेंद पर बोल्ड हो गयीं. भारतीय टीम तेज शुरूआत के बाद लड़खड़ाती दिख रही थी जिसके बाद शुभा और जेमिमा मेजबान टीम के लिए दबदबा बनाने में अहम रहीं. इन दोनों ने तीसरे विकेट के लिए रिकॉर्ड 115 रन की साझेदारी निभायी.
शुभा और जेमिमा के बीच यह भागीदारी तीसरे विकेट के लिए टेस्ट क्रिकेट में दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी बन गयी है. भारतीय टीम कई रिकॉर्ड बनाने के करीब थी लेकिन चूक गयी. भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने स्वीप शॉट से शुरूआत की और वह अच्छी फॉर्म में दिख रही थीं लेकिन एक रन लेने के प्रयास में डैनी वियाट के थ्रो ने उन्हें रन आउट कर दिया.
हरमनप्रीत ने 81 गेंद में छह चौकों की मदद से 49 रन बनाये। पर उन्होंने और यास्तिका भाटिया (66 रन) ने पांचवें विकेट के लिए 116 रन की साझेदारी की जो भारत के लिए इस प्रारूप में दूसरी सबसे बड़ी भागीदारी है.
यास्तिका ने भी तेजी से रन जुटाये और वह कभी भी जोखिम लेती हुई नहीं दिखीं. बायें हाथ की विकेटकीपर बल्लेबाज ने अपनी पारी के दौरान 10 चौके और पारी का एकमात्र छक्का भी जड़ा.
लॉरेन ने चार्ली डीन (62 रन देकर एक विकेट) की गेंद पर यास्तिका का कैच छोड़ दिया जब यह भारतीय बल्लेबाज 15 रन पर थी और स्वीप करने के प्रयास में गेंद को हवा में उठा बैठी थी.
यास्तिका को अपने दूसरे ही टेस्ट में अर्धशतक से संतोष करना पड़ा. लॉरेन ने दूसरी बार इसी गेंदबाज की गेंद पर उसी जगह उनका कैच लपकने में गलती नहीं की. दीप्ति शर्मा (60 रन) और स्नेह राणा (30 रन) ने मिलकर इंग्लैंड की गेंदबाजों की परेशानी और बढ़ायी. इन दोनों ने सातवें विकेट के लिए 92 रन जोड़े जिससे भारतीय टीम 400 रन के पार पहुंच गयी.
इंग्लैंड ने 94 ओवर डाले और भाग्य ने भी उनका साथ नहीं दिया क्योंकि उसकी क्षेत्ररक्षकों ने आउट करने के कुछ मौके गंवाये और उनके दोनों डीआरएस भी खराब हो गये. भारतीय सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना और शेफाली वर्मा ने अच्छी शुरूआत की लेकिन पहले 10 ओवर में 25 रन जोड़कर आउट हो गयीं. मंधाना (17 रन) को लॉरेन ने बोल्ड किया जबकि शेफाली (19 रन) के स्टंप केट क्रास (64 रन देकर एक विकेट) ने उखाड़े.
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