देहरादून, 19 सितंबर ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की ओर से उत्तराखंड के चार गांवों को सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम पुरस्कार के लिए चुना गया है।
यहां जारी एक सरकारी विज्ञप्ति के मुताबिक, यह पुरस्कार अंतरराष्ट्रीय पर्यटन दिवस 27 सितंबर को नयी दिल्ली में आयोजित एक समारोह में प्रदान किया जाएगा।
उत्तरकाशी जिले के जखोल गांव को साहसिक पर्यटन, हर्षिल गांव को ‘वाइब्रेंट विलेज’, पिथौरागढ़ जिले के सीमांत गुंजी गांव को ‘वाइब्रेंट विलेज’ और नैनीताल जिले के सूपी गांव को कृषि पर्यटन के लिए सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम पुरस्कार के लिए चुना गया है।
केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय हर वर्ष राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम प्रतियोगिता आयोजित करती है जिसमें गांवों को संस्कृति और प्राकृतिक संपदा के संरक्षण, समुदाय आधारित मूल्यों एवं जीवन शैली को बढ़ावा देने एवं आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरणीय स्थिरता के प्रति प्रतिबद्धता को परखा जाता है।
इन्हीं विषयों पर प्रविष्टियां आमंत्रित की जाती हैं और इन्हीं प्रविष्टियों के आधार पर उत्तराखंड के चार गांवों का इस पुरस्कार के लिए चयन हुआ है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी ग्रामवासियों के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्हें बधाई दी और कहा कि राज्य के पर्यटन विकास में आम जनता की अहम भूमिका है।
उन्होंने कहा, ‘‘उत्तराखंड को पर्यटन प्रदेश के रूप में स्थापित करने के लिए राज्य सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है। इसके लिए कई योजनाएं लागू की गई हैं लेकिन राज्य की देवतुल्य जनता के सहयोग से ही यह लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।’’
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