यूरोपीय संघ के कार्यकारी आयोग ने मंगलवार को कहा कि उनकी मुख्य चिंता इस सौदे से ऑनलाइन विज्ञापन बाजार में गूगल का दबदबा हो जाने की है। आयोग का मानना है कि इससे गूगल की ‘एक बड़े डेटा तक पहुंच बनेगी’ और वह उसका इस्तेमाल निजी तौर पर लोगों को विज्ञापन पहुंचाने में कर सकती है।
यूरोपीय संघ की प्रतिस्पर्धा आयुक्त मार्ग्रेट वेस्टागर ने कहा कि इस जांच का लक्ष्य फिटबिट से जुटाए जाने वाले डेटा पर गूगल के नियंत्रण का प्रतिस्पर्धा पर असर देखना है। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि इस सौदे से बाजार में प्रतिस्पर्धा प्रभावित ना हो।
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गूगल ने पिछले साल नवंबर में 2.1 अरब डॉलर में फिटबिट को खरीदने पर सहमति जतायी थी। निजता और ग्राहक अधिकारों के लिए काम करने वाले समूह ने इस सौदे पर रोक लगाने की मांग की है।
यूरोपीय संघ ने कहा कि इस सौदे से गूगल के डेटा पर नियंत्रण को विस्तार मिलने का डर है। यह गूगल की ऑनलाइन विज्ञापन सेवाओं को लेकर प्रतिद्वंदी कंपनियों की चुनौती को बढ़ा सकता है।
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गूगल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (उपकरण और सेवाएं) रिक ऑस्टरलोह ने कहा कि यह सौदा उपकरणों के बारे में है, ना कि डेटा के बारे में। उन्होंने एक ब्लॉग में लिखा, ‘‘हमारा इस पर पहले से स्पष्ट रुख रहा है कि हम गूगल विज्ञापन के लिए फिटबिट के स्वास्थ्य आंकड़ों का इस्तेमाल नहीं करेंगे।’’
यह जांच बड़ी प्रौद्योगिकी कंपनियों का नियमन करने में यूरोपीय संघ के वैश्विक स्तर के प्रयासों को रेखांकित करती है।
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