कोलकाता, 20 सितंबर गाजियाबाद की जल एवं सीवरेज बुनियादी ढांचा कंपनी ईएमएस लि. आदि गंगा नदी के पुनरुद्धार के लिए प्रदूषण निवारण कार्य करने को लेकर सबसे कम बोली लगाने वाली कंपनी रही है। शुक्रवार को एक बयान में यह जानकारी दी गई।
कोलकाता नगर निगम (केएमसी) ने 681.49 करोड़ रुपये के ठेके के लिए बोली आमंत्रित की थी।
‘आदि गंगा’ गंगा नदी की एक पुरानी धारा है जो कोलकाता के दक्षिणी किनारे से होकर बहती है।
बृहस्पतिवार दोपहर को कालीघाट, चेतला और धारा के किनारे के इलाकों में ज्वार के कारण पानी भर गया। पुनरुद्धार परियोजना का उद्देश्य चैनल को साफ करना है। इस चैनल से दुर्गंध आती है और इस परियोजना से आस-पास के इलाकों में जलभराव की समस्या कम होने की उम्मीद है।
दूसरा, राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन परियोजना के भाग के रूप में इस योजना में तीन वर्षों के भीतर आदि गंगा में प्रदूषण कम करने के लिए बुनियादी ढांचे की डिजाइनिंग, निर्माण, परीक्षण और शुरुआत शामिल है।
कंपनी ने कहा कि ईएमएस निर्माण पूरा होने के बाद 15 वर्षों तक सीवेज उपचार संयंत्रों और संबंधित बुनियादी ढांचे के संचालन और प्रबंधन के लिए भी जिम्मेदार होगी।
ईएमएस एक साझेदार के साथ मिलकर इस परियोजना का क्रियान्वयन करेगी। इसमें ईएमएस के पास 74 प्रतिशत और साझेदार के पास 16 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी।
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