नयी दिल्ली, 21 नवंबर दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) अपने विधि छात्रों को अपनी उत्तर पुस्तिकाओं के पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन करने की अनुमति देगा। विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
यह सुविधा उनके लिए पहले उपलब्ध नहीं थी।
यह विकल्प अगले शैक्षणिक वर्ष में एलएलबी छात्रों के लिए शुरू होने की उम्मीद है और बाद में इसे प्रबंधन और चिकित्सा के साथ-साथ अन्य व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के छात्रों के लिए भी लागू किया जाएगा।
डीयू में अधिकतर अन्य स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के लिए पुनर्मूल्यांकन पहले से ही उपलब्ध है।
डीयू के एक अधिकारी ने कहा, "इस बदलाव से यह सुनिश्चित होगा कि व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के छात्रों के पास भी पुनर्मूल्यांकन का विकल्प होगा, यदि उन्हें लगता है कि उनके उत्तरों का उचित मूल्यांकन नहीं किया गया है।"
डीयू का विधि संकाय (जिसमें 10,000 से अधिक छात्र हैं) सबसे पहले लाभान्वित होगा।
अधिकारियों का मानना है कि इस निर्णय से न केवल छात्रों को लाभ होगा, बल्कि मूल्यांकन प्रक्रिया में अधिक जवाबदेही को भी बढ़ावा मिलेगा।
अधिकारी ने कहा, "इस कदम से सभी विद्यार्थियों को पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन करने में मदद मिलेगी और यह भी सुनिश्चित होगा कि शिक्षक उत्तर पुस्तिकाओं की जांच करते समय अधिक सावधानी बरतें।"
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