इंदौर (मप्र), 14 जून कोविड-19 की रोकथाम के तहत जिला प्रशासन ने चलने-फिरने से लाचार लोगों को उनके घर जाकर कोविड-19 रोधी टीका लगाने का फैसला किया है।
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. प्रवीण जड़िया ने सोमवार को संवाददाताओं को बताया कि सामाजिक न्याय एवं नि:शक्त जन कल्याण विभाग ने सर्वेक्षण के बाद स्वास्थ्य महकमे को ऐसे 51 लोगों की सूची सौंपी है जो किसी दिव्यांगता, अधिक उम्र और गंभीर बीमारियों के कारण चलने-फिरने से लाचार हैं तथा इन कारणों से उनकी जिंदगी उनके घर के बिस्तर तक सीमित है।
उन्होंने कहा, "सिविल सर्जन जांच कर इन लोगों के स्वास्थ्य की वास्तविक स्थिति का पता लगाएंगे। इसके बाद पात्र लोगों को उनके घर जाकर कोविड-19 रोधी टीका लगाया जाएगा।"
जड़िया ने कहा कि आमतौर पर हर पात्र व्यक्ति को तय केंद्र में ही कोविड-19 रोधी टीका लगाया जा सकता है। लेकिन विशेष जरूरत वाले लोगों को महामारी से बचाने के लिए उनके घर जाकर टीके की खुराक देने का फैसला किया गया है।
गौरतलब है कि इंदौर, राज्य में कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित जिला है। अधिकारियों ने बताया कि अब तक जिले में महामारी के कुल 1.52 लाख मरीज मिले हैं। इनमें से 1,371 लोगों की मौत हो चुकी है।
उन्होंने बताया कि करीब 35 लाख की आबादी वाले जिले में 13.53 लाख से ज्यादा लोगों को कोविड-19 रोधी टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है। इनमें शामिल 2.35 लाख से ज्यादा लोगों को इस टीके की दोनों खुराक दी जा चुकी हैं।
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