बीजिंग: चीन (China) का एक सर्वेक्षण दल विश्व के सबसे ऊंचे पर्वत माउंट एवरेस्ट (Mount Everest) की ऊंचाई फिर से नापने के लिए तिब्बत (Tibet) के रास्ते बुधवार को वहां पहुंच गया. सरकारी मीडिया ने बताया कि चीन की माप के अनुसार माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई 8844.43 मीटर है जो नेपाल (Nepal) की गणना से चार मीटर कम है. US Presidential Elections 2020: ट्रम्प का आरोप- अमेरिकी चुनाव में ‘हस्तक्षेप’ करने के साथ-साथ बोलने की स्वतंत्रता का ‘दम घोंट’ रहा है ट्विटर
चीन ने एक मई से दुनिया की सबसे ऊंची चोटी की ऊंचाई को मापने के लिए एक नया सर्वेक्षण शुरू किया। माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई को ले कर चीन नेपाल की माप से संतुष्ट नहीं है. समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट में कहा गया है कि इसने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी की ऊंचाई को दोबारा मापने के लिए चीन को अभियान शुरू करने के लिए प्रेरित किया और वैज्ञानिकों का मानना है कि यह प्रकृति के संबंध में इंसान की समझ को बढ़ाएगा और वैज्ञानिक विकास को बढ़ावा देने में मदद करेगा.
रिपोर्ट में कहा गया है कि चीनी सर्वेक्षणकर्ताओं ने माउंट एवरेस्ट पर स्केल माप और वैज्ञानिक अनुसंधान के छह चक्र पूरे किए और 1975 और 2005 में दो बार चोटी की ऊंचाई क्रमशः 8,848.13 मीटर और 8,844.43 मीटर बताई.
नेपाल ने कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर मार्च में माउंट एवरेस्ट सहित हिमालय की अपनी सभी चोटियों को बंद कर दिया था. चीन की कंपनी हुवावेई माउंट एवरेस्ट पर दो 5जी स्टेशन बनाने के लिए चाइना मोबाइल के साथ मिल कर काम कर रही है.
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