लंदन,17 नवंबर: अस्पतालों के कोविड-19 वार्ड में कोरोना वायरस की हवा में मौजूदगी को ‘एयर फिल्टरेशन’ प्रभावी रूप से घटा सकता है. एक अध्ययन में यह दावा किया गया है. ब्रिटेन में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ताओं ने कोविड-19 वार्ड में एक एयर फिल्टरेशन मशीन लगाई और पाया कि इसने हवा में मौजूद लगभग सभी तरह के सार्स-कोवी-2 को हटा दिया.
उन्होंने बताया कि अध्ययन के नतीजों ने संक्रमण के हवा के माध्यम से प्रसार के खतरे को घटाने के लिए कहीं अधिक स्वच्छ हवा को लेकर मानदंड स्थापित करने की संभावना पैदा की है.
अनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि यह तथ्य क्रमिक रूप से मजबूत हुआ है कि सार्स-कोवी-2 वायरस एयरोसोल के जरिए फैल सकता है.
यह अध्ययन क्लिनिकल इंफेक्सियस डिजिजेज जर्नल में प्रकाशित हुआ है. अध्ययन का नेतृत्व करने वाले व कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल्स के विलास नवपुरकर ने कहा, ‘‘कोरोना वायरस के हवा के माध्यम से फैलने की संभावना को घटाना मरीज और स्वास्थ्यकर्मी, दोनों की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है. ’’
हालांकि, कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के प्रोफसेर स्टीफेन बेकर ने कहा, ‘‘स्वच्छ हवा वायरस के प्रसार को घटाएगी लेकिन सिर्फ मशीन लगा देना भर ही हवा के पर्याप्त रूप से स्वच्छ होने की गारंटी नहीं देगा.’’
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