मुंबई, 10 नवंबर : राज्यसभा सदस्य और शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट के प्रमुख नेता संजय राउत बुधवार शाम आर्थर रोड जेल से जमानत पर रिहा होने के तुरंत बाद भगवान गणेश का आशीर्वाद लेने के लिए यहां प्रसिद्ध सिद्धि विनायक मंदिर गये. संजय राउत जब मध्य मुंबई में इस प्रसिद्ध मंदिर में गये तब उनके भाई एवं विधायक सुनील राउत और पार्टी के अन्य नेता उनके साथ थे. राउत दक्षिण मुंबई में एक हनुमान मंदिर और शिवाजी पार्क में बाल ठाकरे स्मारक पर भी गए. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उपनगरीय गोरेगांव में एक आवासीय परियोजना से जुड़े एक धनशोधन मामले में एक अगस्त को संजय राउत (60) को गिरफ्तार किया था.
शक्ति प्रदर्शन के लिए शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट के सैंकड़ों कार्यकर्ता मध्य में आर्थर रोड जेल के बाहर जुटे थे और उनके हाथों में भगवा झंडे थे. राउत को शाम करीब छह बजकर 50 मिनट पर जेल से रिहा किया गया, लेकिन वह रात करीब साढ़े दस बजे उत्तर पूर्वी मुंबई के नाहूर स्थित अपने आवास पर पहुंच पाए. जेल से संजय राउत की रिहाई के लिए बाट जोह रहे पार्टी कार्यकर्ताओं की कारों की लंबी कतार थी. जब वह जेल से निकले तब शिवसेना ठाकरे गुट के कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया. यह भी पढ़ें: हरियाणा की कांग्रेस विधायक किरन चौधरी का फेसबुक, इंटाग्राम अकाउंट हैक
उन्होंने राउत और पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के पक्ष में नारे लगाये तथा एक-दूसरे को गुलाल लगाया. गले में भगवा पटका डाले संजय राउत राउत ने हाथ हिलाकर जेल के बाहर खड़े लोगों का अभिवादन किया. वह तीन महीने से अधिक समय से जेल में बंद थे. संजय राउत ने संवाददाताओं से कहा कि उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना ही ‘असली’ पार्टी है जिसकी स्थापना दिवंगत बाल ठाकरे ने की थी. उन्होंने कहा कि राज्य का वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य अस्थायी है